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शिवसेना का पीएम को पत्र, चीन में फंसे 39 नाविकों को लाया जाए वापस

शिवसेना की नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से उन्होंने केंद्र से चीनी जल क्षेत्र में फंसे 39 भारतीय नाविकों को वापस लाने का आग्रह किया है. पढ़ें पूरी खबर...

प्रियंका चतुर्वेदी
प्रियंका चतुर्वेदी
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Published : Dec 31, 2020, 4:42 PM IST

Updated : Dec 31, 2020, 4:49 PM IST

मुंबई : शिवसेना ने गुरुवार को केंद्र से चीनी जल क्षेत्र में फंसे 39 भारतीय नाविकों को वापस लाने का आग्रह किया.

पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर यह आग्रह किया.

उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार से समर्थन ना मिलने के कारण 39 नाविकों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया गया है और उनके परिवार वाले उनकी वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. नाविकों के परिवार दर-दर भटक रहे हैं और कोई भी उनकी मदद नहीं कर रहा है, उनमें से कई नाविक महाराष्ट्र के हैं.'

गौरतलब है कि 39 भारतीयों सहित दो मालवाहक जहाजों-एमवी अनास्तासिया और एमवी जग आनंद चीनी जल क्षेत्र में फंस गए हैं, क्योंकि उन्हें वहां अपना सामान उतारने की अनुमति नहीं थी.

चतुर्वेदी ने पत्र में कहा, 'यह गतिरोध व्यापार युद्ध के कारण आया है और दोनों जहाज चीनी बंदरगाहों पर लंगर डालने के लिए मजबूर हैं. जहाजों को चीनी अधिकारियों ने अपने माल को उतारने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था और चालक दल को राहत देने के लिए अन्य नाविकों को भेजने की अनुमति भी नहीं थी.'

यह भी पढ़ें-कांग्रेस बड़ी पार्टी, क्षेत्रीय दलों को साथ लेकर भाजपा को चुनौती दे : शिवसेना

उन्होंने कहा कि एमवी अनास्तासिया को चीन के बोहाई सागर में रोका गया है, वहीं एमवी जग आनंद जिंगतांग के बंदरगाह पर लंगर डाले हुए है.

चतुर्वेदी ने कहा कि देशों के बीच व्यापारिक विवाद नए नहीं हैं और ऐसे मामलों में नागरिकों को 'बलि का बकरा' नहीं बनाया जा सकता.

उन्होंने कहा, 'इस गतिरोध को जल्द से जल्द हल करके नाविकों को घर वापस लाया जाना चाहिए.'

मुंबई : शिवसेना ने गुरुवार को केंद्र से चीनी जल क्षेत्र में फंसे 39 भारतीय नाविकों को वापस लाने का आग्रह किया.

पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर यह आग्रह किया.

उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार से समर्थन ना मिलने के कारण 39 नाविकों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया गया है और उनके परिवार वाले उनकी वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. नाविकों के परिवार दर-दर भटक रहे हैं और कोई भी उनकी मदद नहीं कर रहा है, उनमें से कई नाविक महाराष्ट्र के हैं.'

गौरतलब है कि 39 भारतीयों सहित दो मालवाहक जहाजों-एमवी अनास्तासिया और एमवी जग आनंद चीनी जल क्षेत्र में फंस गए हैं, क्योंकि उन्हें वहां अपना सामान उतारने की अनुमति नहीं थी.

चतुर्वेदी ने पत्र में कहा, 'यह गतिरोध व्यापार युद्ध के कारण आया है और दोनों जहाज चीनी बंदरगाहों पर लंगर डालने के लिए मजबूर हैं. जहाजों को चीनी अधिकारियों ने अपने माल को उतारने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था और चालक दल को राहत देने के लिए अन्य नाविकों को भेजने की अनुमति भी नहीं थी.'

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उन्होंने कहा कि एमवी अनास्तासिया को चीन के बोहाई सागर में रोका गया है, वहीं एमवी जग आनंद जिंगतांग के बंदरगाह पर लंगर डाले हुए है.

चतुर्वेदी ने कहा कि देशों के बीच व्यापारिक विवाद नए नहीं हैं और ऐसे मामलों में नागरिकों को 'बलि का बकरा' नहीं बनाया जा सकता.

उन्होंने कहा, 'इस गतिरोध को जल्द से जल्द हल करके नाविकों को घर वापस लाया जाना चाहिए.'

Last Updated : Dec 31, 2020, 4:49 PM IST
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