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म्हाडा कानून में संशोधन की मांग को लेकर सावंत ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को लिखा पत्र - Sawant PM President Mhada

शिवसेना के नेता अरविंद सावंत ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. सावंत ने महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास (म्हाडा) कानून में संशोधन को मंजूरी देने की अपील की है. जानिए क्या है मामलाय

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत
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Published : Jun 14, 2021, 8:16 PM IST

मुंबई : शिवसेना के नेता (Shiv Sena leader) और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत (Arvind Sawant) ने केंद्र सरकार से अपील की है कि महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास (म्हाडा) कानून में संशोधन को मंजूरी दी जाए ताकि जीर्ण-शीर्ण भवनों की मरम्मत की अनुमति देकर उसमें रह रहे लोगों के हितों की रक्षा की जा सके.

उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को इस सिलसिले में पत्र लिखा है.

मलाड में 12 लोगों की हुई थी मौत

उन्होंने मुंबई के उपनगरीय इलाके मलाड के मलवाणी में एक आवासीय भवन के ढह जाने और इस कारण 12 लोगों की मौत हो जाने के बाद यह पत्र लिखा है.

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को 12 जून को लिखे एक अन्य पत्र में दक्षिण मुंबई से लोकसभा सदस्य ने कहा कि म्हाडा कानून, 1976 में संशोधन के लिए विधेयक सितंबर 2020 में महाराष्ट्र विधानमंडल से पारित हुआ.

उन्होंने कहा, 'विधेयक पारित होने के बाद आपकी (केंद्र की) मंजूरी के लिए लंबित है और राज्य सरकार इन भवनों की मरम्मत करवाने की स्थिति में नहीं है.'

कोर्ट ने दिए हैं जांच के आदेश

सावंत ने कहा कि मलवाणी में नौ जून को भवन ढहने का स्वत: संज्ञान लेते हुए बंबई उच्च न्यायालय ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.

पढ़ें- नवनीत राणा के आरोपों पर बोले अरविंद सावंत, महिला को धमकाना शिव सैनिक का धर्म नहीं

शिवसेना सांसद ने कहा, 'यह साबित करता है कि कानून में संशोधन कितना जरूरी है और यह कानून कितना महत्वपूर्ण है क्योंकि इन भवनों में रहने वाले लोगों का जीवन दांव पर लगा हुआ है.'

(पीटीआई-भाषा)

मुंबई : शिवसेना के नेता (Shiv Sena leader) और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत (Arvind Sawant) ने केंद्र सरकार से अपील की है कि महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास (म्हाडा) कानून में संशोधन को मंजूरी दी जाए ताकि जीर्ण-शीर्ण भवनों की मरम्मत की अनुमति देकर उसमें रह रहे लोगों के हितों की रक्षा की जा सके.

उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को इस सिलसिले में पत्र लिखा है.

मलाड में 12 लोगों की हुई थी मौत

उन्होंने मुंबई के उपनगरीय इलाके मलाड के मलवाणी में एक आवासीय भवन के ढह जाने और इस कारण 12 लोगों की मौत हो जाने के बाद यह पत्र लिखा है.

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को 12 जून को लिखे एक अन्य पत्र में दक्षिण मुंबई से लोकसभा सदस्य ने कहा कि म्हाडा कानून, 1976 में संशोधन के लिए विधेयक सितंबर 2020 में महाराष्ट्र विधानमंडल से पारित हुआ.

उन्होंने कहा, 'विधेयक पारित होने के बाद आपकी (केंद्र की) मंजूरी के लिए लंबित है और राज्य सरकार इन भवनों की मरम्मत करवाने की स्थिति में नहीं है.'

कोर्ट ने दिए हैं जांच के आदेश

सावंत ने कहा कि मलवाणी में नौ जून को भवन ढहने का स्वत: संज्ञान लेते हुए बंबई उच्च न्यायालय ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.

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शिवसेना सांसद ने कहा, 'यह साबित करता है कि कानून में संशोधन कितना जरूरी है और यह कानून कितना महत्वपूर्ण है क्योंकि इन भवनों में रहने वाले लोगों का जीवन दांव पर लगा हुआ है.'

(पीटीआई-भाषा)

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