शिरडी : महाराष्ट्र के शिरडी स्थित जिला परिषद स्कूल में चौकाने वाली घटना सामने आई है. स्कूल के सातवीं और आठवीं कक्षा के कई नाबालिग छात्राओं को अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो दिखा कर दो शिक्षकों द्वारा दुर्व्यवहार करने की थाने में शिकायत की गई है. इस घटना को लेकर शिरडी में असंतोष की लहर दौड़ गई है. जिला परिषद की छात्राओं के अभिभावकों को जब इसका पता चला, तब स्कूल में पहुंचकर अभिभावकों ने उन शिक्षकों को जमकर धुनाई की.
स्कूल में अशांति की खबर पाकर शिरडी पुलिस बल ने स्कूल में पहुंचकर पहले शिक्षकों को भिड़ से बचाया. इसके बाद शिरडी के जिला परिषद स्कूल में पढ़ने वाली एक नाबालिग लड़की की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच करते हुए दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की जांच के दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. जांच से पता चला कि शिकायतकर्ता की तरह स्कूल की 10 से 12 नाबालिग लड़कियां भी इन शिक्षकों की शिकार हो चुकी हैं.
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि ये शिक्षक लड़कियों को मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो दिखाते और उनके साथ अश्लील हरकतें करते थे. ऐसा कई दिनों से चल रहा था, लेकिन ये शिक्षक लड़कियों को धमकी दे रहे थे कि अगर इस बारे में लड़कियों ने किसी को बताया तो वे उनका सर्टिफिकेट रद्द कर देंगे. गरीब परिवार की ये लड़कियां ऐसी धमकियों से डर कर शिक्षकों की यातनाएं सह रही थीं. जब एक लड़की ने स्कूल नहीं जाने की जिद्द करने लगी तो उसकी मां ने उससे कारण पुछा. लड़की ने अपनी मां के सामने पूरी घटना बतायी.
जब लड़की की मां ने अन्य माता-पिता को इस गंभीर घटना के बारे में बताया, तो कई माता-पिता ने भी अपनी बेटियों से इसकी पुछताछ की, जिसके बाद सच्चाई का उन्हें भी पता चला. उसके बाद नाराज अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर शिक्षकों से इसका जवाब मांगा, लेकिन जब शिक्षकों ने झुठ बोला तब अभिभावकों का गुस्सा उन पर फुट पड़ा. इधर, इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस उपाधीक्षक संजय सातव ने मामला दर्ज किया है. पॉक्सो एक्ट के तहत अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम की धारा 8 व 12 तथा आरोपी दो शिक्षक संजय सखाहारी थोराट व राजेंद्र माधव थोराट को गिरफ्तार किया गया है. शिरडी थाने के पुलिस निरीक्षक गुलाबराव पाटिल ने बताया कि अन्य नाबालिग बच्चियों का बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.