मुंबई : महाराष्ट्र में कुछ मुद्दों पर 2019 में महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi government ) बनी. सरकार बनाने के लिए कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी एक मंच पर आए और एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम (Common Minimum Programme) बनाया. हालांकि सरकार चलाने को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं. हालांकि सरकार पांच साल तक चल सके इसके लिए एक तंत्र काम कर रहा है.
इस बीच नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने दावा किया है कि महाविकास अघाड़ी अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी.
उन्होंने रविवार को बारामती के गोविंदबाग (Govindbagh) स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य में तीनों दलों की सरकार में शामिल होना एक अलग बात है और राजनीतिक दल (political party) का आकार बढ़ाना दूसरी बात.
किसी भी राजनीतिक दल के लिए यह स्वाभाविक है कि वह अपनी संगठन की ताकत (organizational strength) बढ़ाने की कोशिश करे. हमारे सभी इस प्रयास पर सहमत हैं. इस पर कोई मतभेद नहीं हैं. इस पर चर्चा की गई है, ताकि तीनों पक्षों के बीच कोई मतभेद न हो. इसी के चलते अजीत पवार, जयंत पाटिल, सुभाष देसाई, एकनाथ शिंदे, बालासाहेब थोराट और अशोक चव्हाण समन्वय स्थापित करने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसी भी महत्वपूर्ण रणनीतिक प्रश्न (strategic question) के लिए ये छह सहयोगी एक साथ बैठे हैं और उस पर निर्णय लें.
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आरबीआई द्वारा जारी एक नए आदेश, जिसमें कहा गया है कि जनप्रतिनिधियों (people's representatives) को सहकारी बैंकों (co-operative banks) की अध्यक्षता करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इस पर पवार ने कहा कि आरबीआई एक ऐसी संस्था है, जो वित्त और संबंधित संस्थानों को नियंत्रित करती है. इसलिए यदि उन्होंने कोई रणनीतिक निर्णय (strategic decision) लिया है, तो मुझे इसके बारे में पढ़ना होगा, और हमें इसे स्वीकार करना होगा.