छत्रपति संभाजीनगर: एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बुधवार को कहा कि अब तीनों पार्टियों ने एकजुट होने का स्टैंड ले लिया है. अगर मतभेद हैं तो भी विपक्ष को साथ आना चाहिए और विकल्प देना चाहिए. रिमोट किसी भी कोण के हाथ में रहने दो, विरोधी को साथ आना ही होगा. परिवर्तन तब होता है जब लोग बदलने का निर्णय लेते हैं, चाहे प्रभारी कोई भी हो. मतदाता राजा है, वह बदलाव लाता है. देश में 1977 और 2023 का भी यही हाल है.
शरद पवार भी पिछले नौ साल में बिना दलगत राजनीति के काम करने वाले नितिन गडकरी को अपना पसंदीदा नेता बताते हुए उनकी तारीफ कर चुके हैं. मीडिया से बात करते हुए पवार ने कहा कि सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. राज्य में नतीजों पर नजर डालें तो नतीजे बीजेपी विरोधी हैं. ज्यादातर राज्यों में बीजेपी सत्ता में नहीं है. उनके पास कुछ राज्यों में सत्ता है. बदलाव के लिए खड़े होने वाले लोगों की यह तस्वीर बनी रही तो बदलाव आएगा.
जानकारी के अनुसार इस बैठक में महा विकास अघाड़ी के प्रत्येक दल के दो-दो सदस्यों ने भाग लिया. अब सीट बंटवारे को लेकर चर्चा होगी. चार सीटों पर चुनाव लड़ते हुए दस सीटों की मांग की जा रही है. लेकिन अंत में चार सीटें दी जाती हैं. शरद पवार ने कहा कि सबकी ताकत देखकर सीटें दी जाएंगी. हालांकि राज्य में चुनाव की बातें चल रही हैं, लेकिन लगता नहीं है कि बीजेपी चुनाव को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है.
शरद पवार ने यह भी कहा कि दूसरे राज्यों के चुनाव नतीजों को देखते हुए मुझे लगता है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग-अलग होंगे. प्याज नहीं तो सभी फसलों की स्थिति अच्छी नहीं है. सरकार की नीतियां गलत हैं. निर्यात बंद है. जहां कीमत मिलती है, वहां माल नहीं भेजा जाता और यहां कीमतें नहीं दी जातीं. आधे से ज्यादा कपास किसान के घर में ही रह गया है. स्थिति ठीक नहीं है. अगर सरकार ने न्याय नहीं दिया तो हमें सड़कों पर उतरना पड़ेगा, तब एनसीपी किसानों के साथ खड़ी होगी.
शरद पवार ने कहा कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बारिश लंबी चलेगी, लेकिन महाराष्ट्र में करीब सौ फीसदी बारिश होगी, इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने सार्वजनिक रूप से मुस्लिम और ईसाई समाज के तत्वों के बारे में बात की. पवार ने कहा कि इन तत्वों को आज संरक्षण की आवश्यकता है. नांदेड़ में जो हुआ वह अच्छा नहीं है. छोटी से छोटी संस्था को न्याय देना सरकार की जिम्मेदारी है.
पवार ने आगे कहा कि बारिश की आशंका के कारण नगर में कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था. इसे रद्द कर दिया गया क्योंकि अगर बारिश होती तो परेशानी होती. जब हम लव जिहाद के बारे में बात करते हैं तो हमारा मतलब इसके बारे में बात करना नहीं है. इस तरह के सवालों पर बिना वजह बात करना गलत है. शरद पवार ने कहा कि हम बीजेपी के खिलाफ आक्रामक तरीके से आगे आ रहे हैं.