मुंबई : शरद पवार और प्रशांत किशोर के बीच हुई मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में कई तरह की बहसें हो रही हैं. यह चर्चा है कि प्रशांत किशोर ने शरद पवार के साथ बैठक में विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के मुद्दे को उठाया.
पवार फिलहाल एकमात्र ऐसे नेता हैं जो विपक्ष को साथ ला सकते हैं और आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें विपक्ष का चेहरा बनाने की तैयारी चल रही है. हालांकि, एनसीपी की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है. राजनीतिक नेताओं ने अभी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
वरिष्ठ पत्रकार रवि किरण देशमुख ने इस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता कि शरद पवार राष्ट्रपति पद के लिए तैयार होंगे. जनता के बीच काम करने वाला नेता राष्ट्रपति पद के ढांचे के भीतर कैसे काम कर सकता है.
महाविकास अघाड़ी सरकार के हर रणनीतिक फैसले पर शरद पवार की नजर है. पता चला है कि प्रशांत किशोर ने शरद पवार से अगला राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का आग्रह किया था.
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हालांकि, वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा शासित राज्यों की संख्या और राज्यसभा और लोकसभा में संख्या को देखते हुए, राष्ट्रपति चुनने के लिए भाजपा की एकतरफा क्षमता की तस्वीर स्पष्ट है. तो, क्या शरद पवार ऐसा चुनाव लड़ेंगे जब उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में स्पष्ट रूप से हार का सामना करना पड़ रहा है? इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं.