हल्द्वानी: गोवर्धन मठ पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती इन दिनों उत्तराखंड प्रवास पर है. रविवार को वे हल्द्वानी में थे. यहां उन्होंने भक्त के सवाल पर पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी अदित्यनाथ को आड़ें हाथों लिया.
उन्होंने कहा आज देश के जिस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा हो रही है, वह प्रधानमंत्री बनने से पहले उनके पास 45 मिनट बैठ कर गए थे. आज वही प्रधानमंत्री गो रक्षकों के लिए गुंडे शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके आप समझ सकते है स्थितियां कहा जा रही है. कृषि कानूनों इसका एक उदाहरण है. आखिरकार भीड़ तंत्र के आगे लोकतंत्र को घुटने टेकने ही पड़े.
जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि मोदी और योगी सभी के लाडले हैं और किसी राजनेता का समीक्षा कराना शंकराचार्य को उचित नहीं है और इनकी समीक्षा खुद आप करें कि उन्होंने कहा घुटने टेक दिए है. साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि कानून को लेकर ये सिद्ध हो गया कि भीड़ तंत्र के सामने घुटना टेकना ही पड़ता है.
बात रही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तो वह मेरे 30 वर्षों से परिचित हैं, उन्होंने अवैध बूचड़खाने को बंद करने की बात कही थी, लेकिन अवैध बूचड़खाने बंद नहीं हो पाए. ऐसे में योगी ने गौ हत्या को वैध सिद्ध किया है, लेकिन उस पर भी उन्होंने ध्यान नहीं दिया. जगतगुरु शंकराचार्य ने लोगों से अपील की है कि राजनेताओं की समीक्षा होनी चाहिए.
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गौरतलब है कि जगतगुरु शंकराचार्य उत्तराखंड प्रवास पर है और रविवार को हल्द्वानी के चार धाम मंदिर में सर्वधर्म सभा में प्रबुद्धजनों के सवालों के जवाब का उत्तर दे रहे थे. लोगों के सवाल पर शंकराचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी और योगी पर सवाल खड़े किए हैं.
शंकराचार्य ने कहा कि गोवंश की वेदना हम में है. शंकराचार्य के पद पर आने से पहले गोवंश के लिए वह 52 दिन जेल में रहे. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज स्वामी करपात्री महाराज ने भी गोवंश की रक्षा के लिए यातना सही हैं. उन्होंने कहा कि गौ रक्षक दल गौ रक्षा के लिए लोग अपनी आवाज को बुलंद करें तभी गौ रक्षा की जा सकती है.