ETV Bharat / bharat

शनि की 'साढ़े साती' से घबराएं नहीं, इन उपायों से जीवन में आएगी सुख-समृद्धि

शनि का ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में विशेष महत्व है. शनि का असर राशि पर लंबे समय के लिए रहता है. शनि की साढ़े साती किसी राशि पर शुरू होती है, तो उसका असर कई सालों तक रहता है. शनि राशि परिवर्तन के साथ शनि ढैय्या भी शुरू होती है.

shani ki sadhe sati, Shani Dev
शनि देव
author img

By

Published : Jul 31, 2021, 12:06 AM IST

हमारे जीवन में कुछ शाश्वत सत्य होते हैं और उन्हें टाला या झुठलाया नहीं जा सकता. ऐसा ही एक सत्य है व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी शनि की साढ़े साती (shani ki sadhe sati) या ढैय्या का आना. किसी भी राशि की कोई भी ऐसी कुंडली नहीं मिलेगी जिसमें किसी न किसी कालावधि में शनि की साढ़े सात साल या ढाई साल की विशेष दशा न हो. लोग शनि के प्रभाव की आशंका से घबराने लगते हैं, जबकि वास्तविकता में शनि न्याय के देवता हैं और उनके अनुकूल कार्य होने पर व्यक्ति को सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं.

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि शनि (Shani Dev) की साढ़े साती सात साल की और ढैय्या ढाई साल की अवधि की होती है. किसी व्यक्ति के जीवन पर साढ़े साती या ढैय्या का प्रभाव क्या होगा, यह उस व्यक्ति की जन्मकुंडली में शनि की स्थिति पर निर्भर है. यदि किसी की जन्मकुंडली में शनि कमजोर स्थिति में होंगे तो उसे तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दूसरी तरफ यदि कुंडली में उच्च के शनि होने पर साढ़ेसाती से भी लाभ मिलने की संभावना प्रबल होती है.

सिंह राशि वालों के लिए खुशखबरी

ज्योतिषाचार्य पंडित सचिन्द्रनाथ पांडेय बताते हैं कि ग्रहों के वर्तमान कालचक्र में धनु, कुंभ और मकर राशि वाले लोग शनि की साढ़े साती से प्रभावित हैं. इनमें धनु राशि के लोगों पर शनि की साढ़े साती का अंतिम चरण, कुंभ राशि वालों पर पहला और मकर राशि वालों पर दूसरा चरण चल रहा है. इसके साथ ही तुला और मिथुन राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव चल रहा है.

इस बीच शनि के नाम को लेकर भयभीत रहने वाले लोगों में सिंह राशि के जातकों के लिए अच्छी सूचना है. आने वाले दस साल में सिंह राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव नहीं होगा. यद्यपि कि इस राशि पर शनि की ढैय्या आएगी. सिंह राशि के स्वामी सूर्य देवता हैं.

इन राशियों पर शुरू होगी शनि की ढैय्या

अगले साल अप्रैल के अंत में (29 अप्रैल 2022) शनि मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे. जिससे मकर, कुंभ और मीन राशि वाले शनि की साढ़े साती के प्रभाव में आएंगे जबकि रहेगी. वृश्चिक व कर्क राशि पर शनि की ढैय्या लगेगी. वर्ष 2023 और 2024 में शनि के राशि परिवर्तन का योग नहीं है. इसके बाद 29 मार्च 2025 में 29 शनि का गोचर मीन राशि में होगा. इसके फलस्वरूप मीन, कुंभ और मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पड़ेगा.

इसके उपरांत शनि का 3 जून 2028 को गोचर मेष राशि मे होगा और इसके परिणाम से मेष, मीन और वृषभ राशि वाले जातक शनि की साढ़े साती से प्रभावित रहेंगे. इस दौरान कन्या और मकर राशि शनि की ढैय्या की चपेट में रहेगी. 8 अगस्त 2029 को शनि का गोचर वृषभ राशि में होगा. इस कारण वृषभ, मेष और मिथुन राशि पर शनि की साढ़े साती रहेगी. तुला और कुंभ राशि वालों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा. इसके अगले दो वर्ष अर्थात 2030 और 2031 में शनि के राशि परिवर्तन का योग नहीं है.

हमारे जीवन में कुछ शाश्वत सत्य होते हैं और उन्हें टाला या झुठलाया नहीं जा सकता. ऐसा ही एक सत्य है व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी शनि की साढ़े साती (shani ki sadhe sati) या ढैय्या का आना. किसी भी राशि की कोई भी ऐसी कुंडली नहीं मिलेगी जिसमें किसी न किसी कालावधि में शनि की साढ़े सात साल या ढाई साल की विशेष दशा न हो. लोग शनि के प्रभाव की आशंका से घबराने लगते हैं, जबकि वास्तविकता में शनि न्याय के देवता हैं और उनके अनुकूल कार्य होने पर व्यक्ति को सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं.

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि शनि (Shani Dev) की साढ़े साती सात साल की और ढैय्या ढाई साल की अवधि की होती है. किसी व्यक्ति के जीवन पर साढ़े साती या ढैय्या का प्रभाव क्या होगा, यह उस व्यक्ति की जन्मकुंडली में शनि की स्थिति पर निर्भर है. यदि किसी की जन्मकुंडली में शनि कमजोर स्थिति में होंगे तो उसे तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दूसरी तरफ यदि कुंडली में उच्च के शनि होने पर साढ़ेसाती से भी लाभ मिलने की संभावना प्रबल होती है.

सिंह राशि वालों के लिए खुशखबरी

ज्योतिषाचार्य पंडित सचिन्द्रनाथ पांडेय बताते हैं कि ग्रहों के वर्तमान कालचक्र में धनु, कुंभ और मकर राशि वाले लोग शनि की साढ़े साती से प्रभावित हैं. इनमें धनु राशि के लोगों पर शनि की साढ़े साती का अंतिम चरण, कुंभ राशि वालों पर पहला और मकर राशि वालों पर दूसरा चरण चल रहा है. इसके साथ ही तुला और मिथुन राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव चल रहा है.

इस बीच शनि के नाम को लेकर भयभीत रहने वाले लोगों में सिंह राशि के जातकों के लिए अच्छी सूचना है. आने वाले दस साल में सिंह राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव नहीं होगा. यद्यपि कि इस राशि पर शनि की ढैय्या आएगी. सिंह राशि के स्वामी सूर्य देवता हैं.

इन राशियों पर शुरू होगी शनि की ढैय्या

अगले साल अप्रैल के अंत में (29 अप्रैल 2022) शनि मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे. जिससे मकर, कुंभ और मीन राशि वाले शनि की साढ़े साती के प्रभाव में आएंगे जबकि रहेगी. वृश्चिक व कर्क राशि पर शनि की ढैय्या लगेगी. वर्ष 2023 और 2024 में शनि के राशि परिवर्तन का योग नहीं है. इसके बाद 29 मार्च 2025 में 29 शनि का गोचर मीन राशि में होगा. इसके फलस्वरूप मीन, कुंभ और मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पड़ेगा.

इसके उपरांत शनि का 3 जून 2028 को गोचर मेष राशि मे होगा और इसके परिणाम से मेष, मीन और वृषभ राशि वाले जातक शनि की साढ़े साती से प्रभावित रहेंगे. इस दौरान कन्या और मकर राशि शनि की ढैय्या की चपेट में रहेगी. 8 अगस्त 2029 को शनि का गोचर वृषभ राशि में होगा. इस कारण वृषभ, मेष और मिथुन राशि पर शनि की साढ़े साती रहेगी. तुला और कुंभ राशि वालों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा. इसके अगले दो वर्ष अर्थात 2030 और 2031 में शनि के राशि परिवर्तन का योग नहीं है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.