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आज से गुरु और शनि साथ-साथ, आपकी राशि पर क्या पड़ेगा असर ?

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Published : Sep 14, 2021, 5:51 PM IST

Updated : Sep 14, 2021, 5:56 PM IST

शनि और बृहस्पति 14 सितंबर से एक ही राशि में होंगे. शनि पहले से मकर राशि में विराजमान है जबकि गुरु इस राशि में प्रवेश करेंगे. एक ही राशि में दोनों ग्रहों के साथ आने से कई राशियों के लिए शुभ योग भी बन रहा है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अमिताभ गौड़ बता रहे हैं कि गुरु और शनि के साथ-साथ मकर राशि में होने से किस राशि पर क्या असर पड़ेगा. अपनी राशि के बारे में जाने के लिए पढ़िये

शनि और गुरु
शनि और गुरु

हैदराबाद: हमारे ब्रह्मंड के दो सबसे बड़े ग्रह गुरु एवं शनि की युति फिर से 14 सितंबर से मकर राशि मे होने जा रही है. गुरु अभी वक्री हैं और इसी उल्टी चाल से वह 14 सितंबर को मकर राशि मे प्रवेश करेंगे और 18 अक्टूबर तक वक्री रहेंगे उसके बाद फिर मार्गीय हो जाएंगे. इस दौरान मकर राशि में उपस्थित वक्री शनि के साथ युति बनाएंगे. यह योग ज्योतिष की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. इसका अच्छा एवं बुरा प्रभाव प्रत्येक राशि पर पड़ेगा. बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. अमिताभ गौड़

किस राशि पर पड़ेगा कैसा असर ?

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए यह योग उनके दसवें भाव यानी कर्म भाव में बनेगा. गुरु वक्री होने के कारण ऐसे जातकों को सावधान रहने की आवश्यकता है. कार्य क्षेत्र में बड़े बदलाव हो सकते हैं, नौकरी में ट्रांसफर या नई पोस्टिंग हो सकती है. धन की दृष्टि से यह समय ठीक रहेगा. व्यापार से जुड़े लोग अभी कोई नया कार्य करने से बचें जब तक गुरु फिर से 18 अक्टूबर को मार्गीय ना हो जाये.

वृषभ राशि

यह युति उनके 9वें भाव मे बनेगी. लंबी दूरी की यात्राओं का संयोग बन सकता है. धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ सकती है. संतान पक्ष से कुछ अच्छी खबर आ सकती है. पिता के स्वास्थ्य को लेकर कुछ समस्याएं बन सकती हैं.

मिथुन राशि

इन जातकों के लिए यह युति उनके आठवें भाव मे होगी. प्रोफेशन से संबंधित बदलाव हो सकते हैं. कई लोग अपनी नौकरियां भी बदल सकते हैं. बैंकिंग और फाइनेंशियल क्षेत्र में कार्ये करने वालो के लिए यह समय अच्छा हो सकता है. अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहें.

कर्क राशि

इन जातकों के लिए यह योग उनके सातवें भाव में बनेगा. जीवन साथी के साथ संबंधों एवं स्वास्थ्य को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. व्यापार वर्ग के लोगों को कर्ज लेने की आवश्यकता पड़ सकती है. समाज में अपनी छवि को लेकर सावधान रहने की आवश्यकता है.

सिंह राशि

यह योग छठे भाव मे बनेगा. जो लोग विदेश जाना चाहते हैं या फिर विदेश में जाकर नौकरी करना चाहते है तो यह समय उनके लिए अच्छा रहेगा. अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी रखनी होगी. लिवर, कोलेस्ट्रॉल संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

कन्या राशि

यह योग पांचवे भाव मे होगा. संतान को लेकर कुछ बड़े निर्णय लेने पड़ सकते हैं. इस समय संतान की प्राप्ति भी हो सकती है. कोई बड़ा पद मिलने की भी संभावना है. विद्यार्थियों के लिए विशेष समय है, अगर परिश्रम करें तो प्रतियोगिता परीक्षाओं के द्वारा नौकरी की प्राप्ति हो सकती है.

तुला राशि

इस राशि के जातकों के लिए यह योग चौथै भाव मे बनेगा. सुख में कमी हो सकती है. अगर वाहन अथवा घर खरीदने की योजना पहले से है तो वह पूरी हो सकती है लेकिन इस समय नई योजना बनाने से सावधान रहें. माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बन सकती है.

वृश्चिक राशि

यह योग उनके तीसरे भाव मे होगा. नए कार्यों को करने की ऊर्जा मिलेगी, कुछ नया कार्य करने की योजना अवश्य बनेगी. 18 अक्टूबर तक केवल प्लानिंग पर ध्यान दें, लागू उसके बाद करें, जब गुरु मार्गीय हो जाए. मीडिया, सेल्स, मार्केटिंग से जुड़े लोगों के लिए अच्छा समय है.

धनु राशि

यह योग दूसरे भाव मे बनेगा. अपनी वाणी को लेकर सतर्क रहें, कुछ पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. व्यापार में कुछ नई शुरुआत हो सकती है. अपने स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहें.

मकर राशि

यह योग उनकी राशि मे ही बनेगा. व्यय बढ़ सकता है, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर खर्च बढ़ सकता है. स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें. जीवनसाथी को करियर में उछाल मिल सकता है.

कुम्भ राशि

यह योग आपके बारहवें भाव मे होगा. धन की हानि हो सकती है, धार्मिक कार्यों में धन खर्च हो सकता है. जो लोग विदेश जाना चाहते हैं उनके लिये अच्छा समय है. स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें.

मीन राशि

यह योग उनके ग्यारहवें भाव मे बनेगा. यह भाव इच्छा पूर्ति का है. नए आय के स्रोत बन सकते हैं, मित्रों से सहायता मिल सकती है, नौकरी पेशा लोगों को कुछ नई जिम्मेदारी भी मिल सकती है.

ये भी पढ़ें: साप्ताहिक राशिफल (12 से 18 सितंबर) : रंगों के हिसाब से जानें कैसा बीतेगा ये सप्ताह

हैदराबाद: हमारे ब्रह्मंड के दो सबसे बड़े ग्रह गुरु एवं शनि की युति फिर से 14 सितंबर से मकर राशि मे होने जा रही है. गुरु अभी वक्री हैं और इसी उल्टी चाल से वह 14 सितंबर को मकर राशि मे प्रवेश करेंगे और 18 अक्टूबर तक वक्री रहेंगे उसके बाद फिर मार्गीय हो जाएंगे. इस दौरान मकर राशि में उपस्थित वक्री शनि के साथ युति बनाएंगे. यह योग ज्योतिष की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. इसका अच्छा एवं बुरा प्रभाव प्रत्येक राशि पर पड़ेगा. बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. अमिताभ गौड़

किस राशि पर पड़ेगा कैसा असर ?

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए यह योग उनके दसवें भाव यानी कर्म भाव में बनेगा. गुरु वक्री होने के कारण ऐसे जातकों को सावधान रहने की आवश्यकता है. कार्य क्षेत्र में बड़े बदलाव हो सकते हैं, नौकरी में ट्रांसफर या नई पोस्टिंग हो सकती है. धन की दृष्टि से यह समय ठीक रहेगा. व्यापार से जुड़े लोग अभी कोई नया कार्य करने से बचें जब तक गुरु फिर से 18 अक्टूबर को मार्गीय ना हो जाये.

वृषभ राशि

यह युति उनके 9वें भाव मे बनेगी. लंबी दूरी की यात्राओं का संयोग बन सकता है. धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ सकती है. संतान पक्ष से कुछ अच्छी खबर आ सकती है. पिता के स्वास्थ्य को लेकर कुछ समस्याएं बन सकती हैं.

मिथुन राशि

इन जातकों के लिए यह युति उनके आठवें भाव मे होगी. प्रोफेशन से संबंधित बदलाव हो सकते हैं. कई लोग अपनी नौकरियां भी बदल सकते हैं. बैंकिंग और फाइनेंशियल क्षेत्र में कार्ये करने वालो के लिए यह समय अच्छा हो सकता है. अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहें.

कर्क राशि

इन जातकों के लिए यह योग उनके सातवें भाव में बनेगा. जीवन साथी के साथ संबंधों एवं स्वास्थ्य को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. व्यापार वर्ग के लोगों को कर्ज लेने की आवश्यकता पड़ सकती है. समाज में अपनी छवि को लेकर सावधान रहने की आवश्यकता है.

सिंह राशि

यह योग छठे भाव मे बनेगा. जो लोग विदेश जाना चाहते हैं या फिर विदेश में जाकर नौकरी करना चाहते है तो यह समय उनके लिए अच्छा रहेगा. अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी रखनी होगी. लिवर, कोलेस्ट्रॉल संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

कन्या राशि

यह योग पांचवे भाव मे होगा. संतान को लेकर कुछ बड़े निर्णय लेने पड़ सकते हैं. इस समय संतान की प्राप्ति भी हो सकती है. कोई बड़ा पद मिलने की भी संभावना है. विद्यार्थियों के लिए विशेष समय है, अगर परिश्रम करें तो प्रतियोगिता परीक्षाओं के द्वारा नौकरी की प्राप्ति हो सकती है.

तुला राशि

इस राशि के जातकों के लिए यह योग चौथै भाव मे बनेगा. सुख में कमी हो सकती है. अगर वाहन अथवा घर खरीदने की योजना पहले से है तो वह पूरी हो सकती है लेकिन इस समय नई योजना बनाने से सावधान रहें. माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बन सकती है.

वृश्चिक राशि

यह योग उनके तीसरे भाव मे होगा. नए कार्यों को करने की ऊर्जा मिलेगी, कुछ नया कार्य करने की योजना अवश्य बनेगी. 18 अक्टूबर तक केवल प्लानिंग पर ध्यान दें, लागू उसके बाद करें, जब गुरु मार्गीय हो जाए. मीडिया, सेल्स, मार्केटिंग से जुड़े लोगों के लिए अच्छा समय है.

धनु राशि

यह योग दूसरे भाव मे बनेगा. अपनी वाणी को लेकर सतर्क रहें, कुछ पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. व्यापार में कुछ नई शुरुआत हो सकती है. अपने स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहें.

मकर राशि

यह योग उनकी राशि मे ही बनेगा. व्यय बढ़ सकता है, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर खर्च बढ़ सकता है. स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें. जीवनसाथी को करियर में उछाल मिल सकता है.

कुम्भ राशि

यह योग आपके बारहवें भाव मे होगा. धन की हानि हो सकती है, धार्मिक कार्यों में धन खर्च हो सकता है. जो लोग विदेश जाना चाहते हैं उनके लिये अच्छा समय है. स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें.

मीन राशि

यह योग उनके ग्यारहवें भाव मे बनेगा. यह भाव इच्छा पूर्ति का है. नए आय के स्रोत बन सकते हैं, मित्रों से सहायता मिल सकती है, नौकरी पेशा लोगों को कुछ नई जिम्मेदारी भी मिल सकती है.

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Last Updated : Sep 14, 2021, 5:56 PM IST
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