प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने एसआईटी की शुरुआती जांच के बाद शाहगंज थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर, धूमनगंज थाने के दो दारोगा व दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है. सस्पेंड किए गए पांचों पुलिस वालों पर ड्यूटी में लापरवाही और हमले के दौरान प्रभावी जवाबी कार्रवाई न कर पाने की वजह से इन सभी पर गाज गिरी है.
अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अज़ीम उर्फ अशरफ को शनिवार को कस्टडी रिमांड के दौरान मेडिकल के लिए कॉल्विन अस्पताल लाया गया था. जहां पर उन दोनों पर पुलिस जीप से उतरकर अस्पताल के अंदर जाने के दौरान मीडिया वालों के भेष में पहुंचे तीन हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया था. वारदात के समय मौके पर कई मीडिया के लोग मौजूद थे. उनके कैमरे में यह घटना भी कैद हो गई थी. घटना का वीडियो और शुरुआती जांच के आधार पर पांच पुलिस वालों पर गाज गिरी है.
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने शाहगंज थाना प्रभारी अश्वनी कुमार सिंह के साथ ही धूमनगंज थाने की नीवां पुलिस चौकी के प्रभारी प्रीत पांडेय, धूमनगंज थाने के दारोगा शिव प्रसाद मौर्या, कॉन्स्टेबल जयमेश कुमार और कॉन्स्टेबल संजय प्रजापति को सस्पेंड कर दिया है. इन सभी पर ड्यूटी में लापरवाही और हमले के दौरान प्रभावी जवाबी कार्रवाई न कर पाने की वजह से निलंबन की गाज गिरी है. अतीक अहमद और अशरफ की पेशी के दौरान शाहगंज थाना प्रभारी को जिम्मेदारी दी गई थी कि माफिया के पहुंचने पर अपने एरिया में स्थित अस्पताल के आसपास सुरक्षा का व्यापक इंतजाम रखें. उसी दौरान 15 अप्रैल की रात को माफिया बंधुओं की हत्या कर दी गई. दोहरे हत्याकांड के वीडियो फुटेज के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी वहां होने के बाद भी तत्परता नहीं दिखा सके, जिस कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
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