कोलकाता: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) के साथ डिनर मीट-अप के बारे में पूछे जाने पर बीसीसीआई प्रमुख गांगुली ने संवाददाताओं से कहा कि हालांकि बहुत सारी अटकलें लगाई जा रही हैं. लेकिन वे अमित शाह को लंबे समय से जानते हैं, इसलिए रात्रिभोज पर आमंत्रित किया. रात्रिभोज बेहद करीबी पारिवारिक मामला था, जहां गांगुली के अलावा उनकी पत्नी डोना मौजूद रहीं.
इससे पहले विक्टोरिया मेमोरियल में एक समारोह में शाह शामिल हुए और क्रिकेटर के बड़े भाई और भाभी ने मेजबान की भूमिका निभाई. अमित शाह के साथ भाजपा नेता स्वपन दासगुप्ता, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी रहे. गांगुली, जिन्हें एक समय उनके क्रिकेट कौशल के लिए प्रिंस ऑफ कोलकात कहा जाता था, ने संवाददाताओं से कहा कि बोहु कोठा रोटे (कई अटकलें चल रही है) लेकिन मैं उन्हें (शाह को) 2008 से जानता हूं. मैं उनसे मिलता था इससे ज्यादा कुछ नहीं है.
उन्होंने यह भी बताया था कि उन्होंने उनके बेटे के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में काम किया है. हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि एक समय में गांगुली के बारे में अफवाह थी कि बीजेपी, पार्टी की बंगाल इकाई में नेतृत्व की भूमिका देना चाहती है. संभवत: यहां तक कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी गांगुली को बनाया जा सकता है. मास्टर क्रिकेटर ने अब तक खुद को क्रिकेट प्रशासन तक सीमित रखते हुए राजनीति से दूरी बनाई है. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के लिए किसी भी राज्य की यात्रा के दौरान प्रसिद्ध हस्तियों के आवास पर दोपहर या रात का भोजन करना एक नियमित प्रथा है.
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राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पहले कहा कि गुरुवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जिनके साथ गांगुली के भी अच्छे संबंध हैं, ने शाह की गांगुली के घर जाने पर सवालों के जवाब में चुटकी ली थी और कहा कि क्या नुकसान है? वह (शाह) रसगुल्ला (एक लोकप्रिय बंगाली मिठाई) से प्यार करता है और मैं सौरव से रसगुल्ला का बड़ा भंडार रखने का आग्रह करूंगी. हालांकि यह जानकारी नहीं है कि शाह के पास रसगुल्ले पहुंचे या नहीं लेकिन सूत्रों ने कहा कि मिश्रित बंगाली मिठाइयां और भरवां पूरियां (तली हुई रोटी) मेनू में थीं.