रांची: राजधानी से करीब 70 किलोमीटर दूर सिल्ली में बड़ा हादसा हुआ है. मुरी ओपी क्षेत्र के पिस्का गांव में कुआं धंसने से सात लोगों के दब गए, जिसमें से 6 लोगों के मरने की खबर है. जानकारी के मुताबिक, कुएं में एक जानवर गिर गया था. उस जानवर को निकालने के लिए चार लोग कुआं में उतरे थे. अन्य चार लोग कुछ जुगाड़ लगा कर कुआं के ऊपर से जानवर को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान आसपास की मिट्टी अचानक धंस गई. जिसमें सात लोग मिट्टी में दब गए. दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि 6 लोगों की मौत हो गई. मौके पर पुलिस अधिकारी के साथ स्थानीय विधायक और आजसू प्रमुख सुदेश महतो भी पहुंच गए हैं.
यह भी पढ़ें: गिरिडीह में ट्रैक्टर पलटने से दो मजदूर दबे, एक की मौत
सिल्ली थाना प्रभारी आकाश दीप ने कहा कि सात लोग मिट्टी में दब गए थे, जिनमें से दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि 6 लोगों की मौत हो गई है. फिलहाल तीन शवों को निकाल लिया गया है, बाकी शव निकालने का प्रयास किया जा रहा है. चुकी सभी चालीस फीट नीचे मिट्टी में दबे हैं, इसलिए उन्हें निकालने में परेशानी हो रही है. कुआं को खोदकर शवों को निकालने के लिए मशीन मंगाई गई है.
इससे पहले रांची के सीटी एसपी शुंभाशु जैन ने ईटीवी भारत को बताया था कि घटना सिल्ली के पास मुरी में हुई है, सात से आठ लोगों के दबने की बात बताई जा रही है. एनडीआरएफ की टीम को जानकारी दी गई है. टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है. वहीं सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से आजसू विधायक सुदेश महतो से ईटीवी भारत की टीम ने फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. वह घटनास्थल जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह आज डुमरी में चुनावी सभा में थे. इसी बीच इस हादसे की जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि कितना नुकसान हुआ है.
मिली जानकारी के अनुसार, गांव में एक बैल कुएं में गिर गया था. जिसे निकालने की प्रक्रिया चल रही थी. बैल को निकालने के लिए 4 लोग कुएं में उतरे और बाकी गांव के लोग कुएं के ऊपर से बैल को रस्सी से खींचने का काम कर रहे थे. तभी अचानक ही पूरे कुएं की मिट्टी धंस गई. जो 4 लोग नीचे कुएं में उतरे हुए थे, उनके अलावा तीन अन्य लोग भी कुएं के अंदर मिट्टी में दब गए.
देर रात तक सिल्ली के विधायक सुदेश महतो अपने कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर मौजूद थे. इस हादसे की वजह से पिस्का गांव में शोक पसरा हुआ है. जिन लोगों की जान गई है वह सभी कुआं के आसपास वाले घरों के निवासी थे. एनडीआरएफ के मुताबिक सिर्फ मिट्टी धंसी होती तो अब तक रेस्क्यू पूरा कर लिया गया होता. एनडीआरएफ के मुताबिक कुआं के कुछ हिस्से को पत्थर से पाटा गया था, इसलिए बड़े-बड़े पत्थरों को हटाने में काफी दिक्कत हो रही है.