लखनऊ: देश में कोरोना वायरस के नए स्वरूप 'ओमीक्रोन' (corona new variant omicorn) के मामले लगातार मिल रहे हैं. ऐसे में यूपी में सोमवार यानि 27 दिसंबर से तीसरी बार सीरो सर्वे (Sero survey will third time) शुरू होगा. सप्ताहभर तक चलने वाले इस सर्वे में 48 हजार सैंपल (48 thousand samples) लिए जाएंगे. सैंपलों का अध्ययन कर राज्य में कोरोना संक्रमण(corona infection) के सामुदायिक प्रसार की स्थिति, हर्ड इम्युनिटी का आंकलन किया जाएगा, साथ ही यह स्टडी तीसरी लहर व ओमीक्रोन से निपटने की बनने वाली योजना में काम आएगी.
संचारी रोग निदेशक डॉ. जीएस बाजपेई (Dr. GS Bajpai) के मुताबिक 75 जनपदों में सीरो सर्वे होना है. उन्होंने बताया कि सबसे पहले वर्ष 2020 में सीरो सर्वे किया गया था. इसके बाद 4 जून से 11 जून तक विभिन्न जनपदों से 65 हजार सैम्पल संग्रह किए गए. यह देश का सबसे बड़ा सीरो सर्वे रहा. इस बार हर जिले में 640 सैम्पल लिये जाएंगे, ऐसे में कुल 48 हजार सैम्पल एकत्रित किए जाएंगे. सैंपल एकत्र करने के लिए बनाई गई टीम में चार-चार सदस्य होंगे.
डॉ. जीएस बाजपेई (Dr. GS Bajpai) के अनुसार लैब में खून की जांच कर उनमें एंटीबॉडी देखी जाएगी. इसमें किस इलाके में कितनी आबादी संक्रमित हो चुकी है. उनमें एन्टीबॉडी बन चुकी है या नहीं, इसका पता चल जाएगा. डॉ. जीएस बाजपेई ने बताया कि जिन इलाकों में एंटीबॉडी में कमी पाई गई, ऐसे में वहां संक्रमण का खतरा रहेगा. ऐसे में खतरे से निपटने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाएगी.
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गौरतलब है कि राज्य में पहली लहर में सीरो सर्वे अगस्त 2020 में कराया गया था. लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, मेरठ, कौशाम्बी, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, बागपत व गाजियाबाद में लोगों का रैंडम खून का नमूना लिया गया था.
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