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कर्नाटक पुलिस भर्ती घोटाला : सीनियर आईपीएस गिरफ्तार

कर्नाटक पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने पीएसआई भर्ती घोटाले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अमृत पॉल को गिरफ्तार किया है. अमृत पॉल के कार्यकाल के दौरान ही ये भर्तियां हुई थीं.

कर्नाटक पुलिस भर्ती घोटाला
कर्नाटक पुलिस भर्ती घोटाला
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Published : Jul 4, 2022, 6:22 PM IST

बेंगलुरु : पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती घोटाला प्रकरण के सिलसिले में कर्नाटक अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने सोमवार को अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) रैंक के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया. उच्च पदस्थ पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. जिस समय यह घोटाला हुआ, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमृत पॉल भर्ती विभाग का नेतृत्व कर रहे थे. बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आने के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी का तबादला एडीजीपी, आंतरिक सुरक्षा प्रभाग के पद पर कर दिया गया था.

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, भर्ती विभाग में ही फर्ज़ी अभ्यर्थियों की अंक सूची से कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई थी. सूत्रों ने दावा किया कि पॉल कथित तौर पर घटनाओं के बारे में जानते थे. यह घोटाला सबसे पहले कलबुर्गी जिले में सामने आया था और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता, कांग्रेस के एक विधायक के अंगरक्षक, एक पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक, उप-निरीक्षक और कांस्टेबल सहित कुछ पुलिस अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया था.

यह भी आरोप है कि इस मामले में मल्लेश्वरम के एक अभ्यर्थी को भी गिरफ्तार किया गया था, जो कथित तौर पर एक वरिष्ठ राजनेता का रिश्तेदार है. सूत्रों ने बताया कि इस सिलसिले में अब तक करीब 70 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उल्लेखनीय है कि 545 पदों को भरने के लिए पुलिस-उप-निरीक्षक भर्ती अभियान अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ था.

पढ़ें- जम्मू कश्मीर SI भर्ती प्रक्रिया में धांधलियों की जांच के एलजी ने दिये आदेश

बेंगलुरु : पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती घोटाला प्रकरण के सिलसिले में कर्नाटक अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने सोमवार को अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) रैंक के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया. उच्च पदस्थ पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. जिस समय यह घोटाला हुआ, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमृत पॉल भर्ती विभाग का नेतृत्व कर रहे थे. बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आने के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी का तबादला एडीजीपी, आंतरिक सुरक्षा प्रभाग के पद पर कर दिया गया था.

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, भर्ती विभाग में ही फर्ज़ी अभ्यर्थियों की अंक सूची से कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई थी. सूत्रों ने दावा किया कि पॉल कथित तौर पर घटनाओं के बारे में जानते थे. यह घोटाला सबसे पहले कलबुर्गी जिले में सामने आया था और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता, कांग्रेस के एक विधायक के अंगरक्षक, एक पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक, उप-निरीक्षक और कांस्टेबल सहित कुछ पुलिस अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया था.

यह भी आरोप है कि इस मामले में मल्लेश्वरम के एक अभ्यर्थी को भी गिरफ्तार किया गया था, जो कथित तौर पर एक वरिष्ठ राजनेता का रिश्तेदार है. सूत्रों ने बताया कि इस सिलसिले में अब तक करीब 70 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उल्लेखनीय है कि 545 पदों को भरने के लिए पुलिस-उप-निरीक्षक भर्ती अभियान अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ था.

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