हैदराबाद: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान आज यानि 1 अप्रैल को होगा. दूसरे चरण में 4 जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. इनमें 22 सीटें अनारक्षित जबकि 8 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. पश्चिम बंगाल के दूसरे चरण में ही इस विधानसभा की सबसे हॉट सीट नंदीग्राम में भी वोटिंग होनी है. यहां तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी एक दूसरे के आमने-सामने हैं. गौरतलब है कि शुभेंदु अधिकारी चुनाव की घोषणा से पहले तक तृणमूल कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे और पिछले विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से चुनाव जीते थे.
दूसरे चरण पर एक नजर
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 30 सीटों पर वोटिंग होनी है. दूसरे चरण में कुल 76,07,667 वोटर्स अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. वोटिंग के लिए इन 30 विधानसभा सीटों में कुल 8,332 मतदान केंद्र हैं.
दूसरे चरण में कुल 171 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. राजनीतिक दल के उम्मीदवारों की बात करें तो बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस में सभी 30 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. जबकि एसयूसीआई(सी) ने 28, सीपीआई(एम) ने 15 और कांग्रेस के 7 उम्मीदवार मैदान में हैं. दूसरे चरण में कुल 19 राजनीतिक दलों के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं जबकि 32 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं.
दूसरे चरण में 19 महिला उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. तृणमूल कांग्रेस ने दूसरे चरण में सबसे ज्यादा 8 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि बीजेपी ने 4, सीपीएम ने 2, कांग्रेस ने 2 और अन्य ने 3 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है.
दूसरे चरण में दागी उम्मदीवार
कुल 171 उम्मीदवारों में से 43 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 36 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
राजनीतिक दलों में दागियों की बात करें तो बीजेपी के 17, तृणमूल कांग्रेस के 8, एसयूसीआई(सी) के 3, सीपीआई(एम) के 7 और कांग्रेस के 2 और बसपा के 1 उम्मीदवार के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
बीजेपी के कुल 30 में से 16 प्रत्याशियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि तृणमूल कांग्रेस के 5, एसयूसीआई(सी) के 2, सीपीआई(एम) के 6, कांग्रेस और बसपा के 2-2 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
चुनाव मैदान में करोड़पति उम्मीदवार
दूसरे चरण में 26 करोड़पति उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. इनमें से सबसे ज्यादा 11 करोड़पति उम्मीदवार तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी के 10, कांग्रेस के कुल 7 उम्मीदवारों में से 2 उम्मीदवार करोड़पति हैं.
सबसे अमीर प्रत्याशियों की सूची में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार शामिल हैं. दस सबसे अधिक संपत्ति वाले प्रत्याशियों में से 5 बीजेपी और 4 तृणमूल कांग्रेस के हैं. इस सूची में एक कांग्रेस उम्मीदवार भी शामिल है.
सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों की सूची पर नज़र डालें तो इनमें सबसे ज्यादा बसपा के उम्मीदवार है. दस सबसे कम संपत्ति वाले प्रत्याशियों में 5 बसपा, दो निर्दलीय, दो बहुजन मुक्ति पार्टी और एक बीजेपी प्रत्याशी हैं. सबसे कम संपत्ति वाले प्रत्याशी की कुल संपत्ति महज 500 रुपये है.
कितने पढ़े लिखे हैं उम्मीदवार ?
कुल 171 उम्मीदवारों द्वारा दी गई शैक्षणिक जानकारी के मुताबिक 63 प्रत्याशी 5वीं से 12वीं तक पढ़े हैं. 101 उम्मीदवार ग्रेजुएट या उससे अधिक पढ़े लिखे हैं. 2 प्रत्याशी डिप्लोमा होल्डर हैं जबकि 1 उम्मीदवार अशिक्षित भी है.
उम्र के लिहाज से कुल उम्मीदवारों पर नजर डालें तो 46 उम्मीदवारों की उम्र 25 से 40 साल के बीच हैं. जबकि 92 प्रत्याशी 41 से 60 साल के हैं. दूसरे चरण में 33 उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनकी उम्र 61 से 80 साल के बीच है. 25 से 30 साल की उम्र के 7 उम्मीदवार और 71 से 80 साल के 8 उम्मीदवार भी दूसरे चरण में ताल ठोक रहे हैं.
बड़े चेहरों की साख दांव पर
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बड़े-बड़े चेहरों की साख दांव पर हैं.
ममता बनर्जी- दो बार सूबे का मुखिया बनने के बाद ममता बनर्जी इस बार सत्ता पर काबिज होने की हैट्रिक लगाना चाहती हैं. इस बार उनके जीत का रथ रोकने के लिए बीजेपी ने पूरी तैयारी की हुई है. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो होने के नाते भी ममता बनर्जी पर पार्टी को एक बार फिर से जीत दिलाने का दारोमदार है. इस बार ममता बनर्जी अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं.
शुभेंदु अधिकारी- नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी खिलाफ बीजेपी ने शुभेंदु अधिकारी को टिकट दिया है. शुभेंदु नंदीग्राम से मौजूदा विधायक हैं. कुछ दिन पहले तक शुभेंदु ममता बनर्जी के खास थे. तृणमूल की टिकट पर लोकसभा से लेकर विधानसभा पहुंचे और ममता बनर्जी की मौजूदा सरकार में मंत्री भी थे. लेकिन चुनाव से पहले शुभेंदु बीजेपी के साथ चले गए और अब नंदीग्राम सीट से ममता के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं.
हुमांयु कबीर- पूर्व आईपीएस अधिकारी हुमांयु कबीर को टीएमसी ने देबरा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. इस बार के चुनाव में देबरा सीट पर दो पूर्व आईपीएस अधिकारियों की दिलचस्प टक्कर देखने को मिलेगी.
भारती घोष- देबरा सीट पर बीजेपी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष को चुनाव मैदान में उतारा है. भारती घोष दूसरे चरण की सबसे अमीर प्रत्याशी के साथ-साथ सबसे दागी उम्मीदवार भी हैं. यानि उनपर सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं.
अशोक डिंडा- क्रिकेट के मैदान पर अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को छकाने वाले गेंदबाज़ अशोक डिंडा अब राजनीति की पिच पर उतर गए हैं. बीजेपी ने अशोक डिंडा को मोयन सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. चुनाव आयोग की दी गई जानकारी के मुताबिक डिंडा दूसरे चरण के 5वें सबसे अमीर प्रत्याशी हैं.
तापसी मंडल- हल्दिया सीट से तापसी मंडल इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. वो सीपीएम की मौजूदा विधायक हैं लेकिन चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गईं थी.
सोहम चक्रवर्ती- इस बार टीएमसी ने कई बंगाली फिल्मों के सितारों को चुनाव मैदान में उतारा है. सोहम चक्रवर्ती भी उन्हीं में से एक हैं. सोहम को टीएमसी ने चंडीपुर सीट से टिकट दिया है.
सयानतिका बनर्जी- एक और बंगाली फिल्मों का चेहरा चुनाव मैदान में है. सयानतिक बनर्जी को तृणमूल कांग्रेस ने बांकुड़ा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है.
मंटुराम पखीरा- मौजूदा सरकार में सुंदरबन मामलों के राज्यमंत्री हैं. टीएमसी की टिकट पर काकद्वीप सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
अरूप चक्रवर्ती- तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता हैं और तालडांगरा सीट से चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं.
शेख इब्राहिम अली- साल 2016 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. पांसखुरा पूर्व सीट से सीपीएम के उम्मीदवार हैं.
हिरनमय चट्टोपाध्याय- बीजेपी ने भी बंगाली फिल्मों से जुड़े कलाकारों को टिकट दिया है. बीजेपी ने खड़गपुर सदर सीट से बंगाली फिल्मों के अभिनेता हिरनमय चट्टोपाध्याय को चुनाव मैदान में उतारा है. हिरनमय पहले टीएमसी युवा के साथ थे.
बरुन प्रमाणिक- इस चरण के दूसरे सबसे दागी उम्मीदवार हैं. बीजेपी की टिकट पर गोसाबा सीट से चुनाव मैदान में हैं