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उत्तराखंड : बंद हाईवे पर फंसी गर्भवती महिला के लिए देवदूत बनी SDRF

भूस्खलन की वजह से गंगोत्री नेशनल हाईवे बंद है. इस वजह से एक गर्भवती महिला बीच रास्ते में फंस गई थी. ऐसे में SDRF के जवानों महिला को सुरक्षित हॉस्पिटल भिजवाया.

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Published : Jun 7, 2021, 11:20 PM IST

उत्तरकाशी: भूस्खलन के कारण गंगोत्री नेशनल हाईवे बंद पड़ा हुआ है, जिसे प्रशासन खोलने का प्रयास कर रहा है. सोमवार को उसी भूस्खलन की वजह से सीमान्त गांव मुखबा की गर्भवती महिला बीच रास्ते में फंस गई थी. ऐसे में परिजनों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया, जिसके बाद गर्भवती महिला की मदद के लिए एसडीआरएफ मौके पर पहुंची और महिला का सकुशल हॉस्पिटल भिजवाया है.

सुनगर के पास भूस्खलन की वजह से हाईवे पर काफी मलबा आ गया था, जिसकी वजह से रास्ता बंद हो गया था. तभी हॉस्पिटल जा रही 20 वर्षिय करिश्मा हाईवे बंद होने के कारण बीच रास्ते में फंस गई. इसी बीच महिला को प्रसव पीड़ा भी होने लगी. परिजनों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया. मामले की जानकारी मिलते ही पहुंची SDRF भटवाड़ी की टीम और स्थानीय स्वयंसेवी राजेश रावत मौके पर पहुंचे और गर्भवती महिला को टूटी हुई चट्टानों के बीच से करीब 20 मिनट में सुरक्षित रेस्क्यू कर दूसरी तरफ पहुंचाया, जहां से एम्बुलेंस के जरिए गर्भवती महिला को हॉस्पिटल भेजा गया. महिला के परिजनों ने SDRF का धन्यवाद किया.

गर्भवती महिला के लिए SDRF बनी देवदूत

पढ़ें- स्वर्णिम विजय मशाल को रियासी में विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर ले जाया गया

बता दें कि सुनगर के पास गंगोत्री हाईवे सोमवार सुबह चट्टान टूटने और मलबा आने के कारण बन्द हो गया है, जो 14 घण्टे बाद भी नहीं खुल पाया है. गंगोत्री हाईवे बन्द होने के कारण अंतरराष्ट्रीय सीमा सहित सीमान्त 11 गांव और गंगोत्री धाम का सम्पर्क जिला मुख्यालय से टूटा हुआ है. BRO मार्ग खोलने का प्रयास कर रहा है.

उत्तरकाशी: भूस्खलन के कारण गंगोत्री नेशनल हाईवे बंद पड़ा हुआ है, जिसे प्रशासन खोलने का प्रयास कर रहा है. सोमवार को उसी भूस्खलन की वजह से सीमान्त गांव मुखबा की गर्भवती महिला बीच रास्ते में फंस गई थी. ऐसे में परिजनों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया, जिसके बाद गर्भवती महिला की मदद के लिए एसडीआरएफ मौके पर पहुंची और महिला का सकुशल हॉस्पिटल भिजवाया है.

सुनगर के पास भूस्खलन की वजह से हाईवे पर काफी मलबा आ गया था, जिसकी वजह से रास्ता बंद हो गया था. तभी हॉस्पिटल जा रही 20 वर्षिय करिश्मा हाईवे बंद होने के कारण बीच रास्ते में फंस गई. इसी बीच महिला को प्रसव पीड़ा भी होने लगी. परिजनों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया. मामले की जानकारी मिलते ही पहुंची SDRF भटवाड़ी की टीम और स्थानीय स्वयंसेवी राजेश रावत मौके पर पहुंचे और गर्भवती महिला को टूटी हुई चट्टानों के बीच से करीब 20 मिनट में सुरक्षित रेस्क्यू कर दूसरी तरफ पहुंचाया, जहां से एम्बुलेंस के जरिए गर्भवती महिला को हॉस्पिटल भेजा गया. महिला के परिजनों ने SDRF का धन्यवाद किया.

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बता दें कि सुनगर के पास गंगोत्री हाईवे सोमवार सुबह चट्टान टूटने और मलबा आने के कारण बन्द हो गया है, जो 14 घण्टे बाद भी नहीं खुल पाया है. गंगोत्री हाईवे बन्द होने के कारण अंतरराष्ट्रीय सीमा सहित सीमान्त 11 गांव और गंगोत्री धाम का सम्पर्क जिला मुख्यालय से टूटा हुआ है. BRO मार्ग खोलने का प्रयास कर रहा है.

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