बेंगलुरु : कक्षा एक से स्नातक तक के छात्रों की छात्रवृत्ति के भुगतान के लिए पहली बार गैर-भुगतान एकीकृत डिजिटल प्रणाली लागू की गई है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रशासन एवं स्टाफ राजीव चावला ने बताया कि छात्रों को स्कॉलरशिप लेने के लिए किसी भी तरह के आवेदन और नामांकन को खुद जाकर जमा करने की आवश्यकता नहीं है. एक स्टूडेंट नम्बर स्कॉलरशिप पोर्टल के लिए काफी है.
इस प्रणाली के लिए बनाए गए पोर्टल पर छात्रों को स्टूडेंट नम्बर, आधार कार्ड नम्बर देना होगा. आधार कार्ड नम्बर के माध्यम से ही छात्रवृत्ति का पैसा अकाउंट में आ जाएगा.
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समाज कल्याण विभाग, अनुसूचित जनजाति विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तहत दी जाने वाली छात्रवृत्ति पर पेपरलेस प्रणाली लागू की गई है. छात्रवृत्ति को अनुमानित 15 लाख प्री-मैट्रिक छात्रों ,13 लाख पोस्ट-मैट्रिक छात्रों के खाते में सीधे स्थानांतरित किया जाएगा. छात्रवृत्ति एक ही परिवार के केवल दो लोगों को ही दी जा सकती है.