नई दिल्ली: सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री तौफीक बिन फौजान अल-राबिया भारतीय हज व उमरा यात्रियों की मेजबानी के लिए व्यापक योजनाओं को सुव्यवस्थित व रेखांकित करने के मकसद से भारत की यात्रा पर हैं. दिल्ली में सऊदी दूतावास द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि अल-रबिया भारतीय नेताओं और हज व उमरा सेवा क्षेत्र के प्रमुख लोगों के साथ उच्चस्तरीय चर्चा में शामिल होंगे, जिसमें समन्वय व सहयोग को मजबूत बनाने पर ध्यान दिया जाएगा.
विज्ञप्ति में कहा गया कि सामूहिक उद्देश्य तीर्थयात्रियों के अनुभव में गुणात्मक व अद्वितीय परिवर्तन लाना है. इसमें कहा गया कि अल-रबिया की भारत यात्रा उनकी विदेश यात्राओं का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य उमरा करने वालों और आगंतुकों की सेवा के लिए सऊदी अरब की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करना है. विशेष रूप से, चर्चाएं सुविधाजनक और कुशल सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए, प्रतिष्ठित दो पवित्र मस्जिदों तक भारतीय मेहमानों की सुगम यात्रा को सुविधाजनक बनाने पर केंद्रित होंगी.
भारतीय उमरा चाहने वालों के लिए प्रक्रियाओं को और अधिक सुव्यवस्थित करने के लिए, यात्रा के दौरान नुसुक मंच और ताशीर ई-वीजा जारी करने वाले केंद्र के लिए एक उद्घाटन प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी. यह पहल भारत के उमरा कलाकारों के लिए निर्बाध और उपयोगकर्ता-अनुकूल सेवाएं प्रदान करने के समर्पण को उजागर करती है. सऊदी हज और उमरा मंत्री के साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी आएगा, जिसमें मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और निजी क्षेत्र और संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
इस यात्रा का उद्देश्य भारत से आने वाले अल्लाह के मेहमानों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की श्रृंखला को पेश करना, इलेक्ट्रॉनिक उमरा वीजा और नुसुक प्लेटफॉर्म के विशिष्ट लाभों पर जोर देना और असाधारण सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता को मजबूत करना है. ये अंतर्राष्ट्रीय यात्राएं हज पारिस्थितिकी तंत्र में मजबूत संचार चैनल स्थापित करने और भारत सहित दुनिया भर के देशों के साथ सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सऊदी के निरंतर प्रयासों को दर्शाती हैं.