सतना। अपनी जान आफत में डालकर मुआवजे की मांग को लेकर दर्जनभर किसान बीते चार दिनों से 40 फीट ऊंचे हाईटेंशन टॉवर पर दिन रात गुजार रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं हो सकी है. सोमवार रात को भी जिला प्रशासन ने किसानों को टॉवर से उतारने के लिए मिन्नतें की और बिगड़े मौसम का हवाला भी दिया, बावजूद किसान अभी भी टॉवर पर ही डेरा जमाए हुए हैं. किसानों का कहना है कि जब-तक मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक उनका यह प्रदर्शन जारी रहेगा. (satna farmers sitting high tension tower)
हाईटेंशन टॉवर पर डेरा: मामला सतना जिले के ऊंचेहरा थाना क्षेत्र के अतरवेदियां ग्राम का है. यहां पिछले 4 दिन से कई किसान हाईटेंशन टॉवर पर बैठे हैं. भीषण गर्मी में और तपती धूप के बीच बीते एक माह से पहले टॉवर के पास तंबू लगाकर अनशन पर बैठे किसानों का जब सब्र टूट गया तो वे टॉवर पर चढ़ गए और अपनी जमीन के मुआवजे की मांग करने लगे. इस प्रदर्शन में कई गांवों के किसान शामिल हैं. सतना में सोमवार और मंगलवार को मौसम खराब था लेकिन,आंधी, पानी के बीच भी ये किसान जान जोखिम में डालकर टॉवर पर बैठे हैं. लेकिन पावर ग्रिड द्वारा अब तक किसानों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है.
पावर ग्रिड कंपनी के टॉवर पर चढ़ गए दो दर्जन किसान, देने लगे आत्मदाह की धमकी, जानें .. क्या है मामला
आत्मघाती कदम उठाने की धमकी: जिले में बीते 2 रोज से मौसम बेहद खराब है, स्थिति नाजुक बनती जा रही है. तेज आंधी के साथ बारिश भी हो रही है. इसके बावजूद किसान अपनी जान आफत में डालकर टॉवर पर चढ़े हैं. एहतियात के तहत जिला प्रशासन सोमवार की देर रात तक मौके पर डटा रहा, किसानों से मौसम खराब होने का हवाला देकर टॉवर से नीचे उतरने की मिन्नतें करता रहा बावजूद इसके किसान नीचे उतरने को राजी नही हुए,जिला प्रशासन एलाउंस करके बैरंग वापस लौट गया. किसान अभी भी टॉवर पर डेरा जमाए हुए हैं और उनकी मांगे ना माने जाने पर आत्मघाती कदम उठाने की धमकी दे रहे हैं.