तिरुवनंतपुरम: जैसे-जैसे देश अंतरिक्ष यात्रा और आविष्कारों के साथ आगे बढ़ रहा है, केरल की छात्राओं का बनाया सेटेलाइट आर्बिट को छूने के लिए पूरी तरह तैयार है. पूरी तरह से महिलाओं द्वारा बनाया गया एक उपग्रह जल्द ही इसरो द्वारा लॉन्च किया जाएगा. इसरो के सबसे भरोसेमंद प्रक्षेपण यान पीएसएलवी के माध्यम से उपग्रह संभवतः अक्टूबर के अंत तक कक्षा में पहुंच जाएगा.
स्पेस क्लब, एलबीएस महिला कॉलेज, पूजाप्पुरा, तिरुवनंतपुरम की टीचर और छात्राओं का एक समूह इस उल्लेखनीय उपलब्धि के पीछे है. उन्होंने पूरे WESAT उपग्रह को डिजाइन और विकसित किया है.
उपग्रह को केरल के जलवायु परिवर्तन पर पराबैंगनी विकिरण के प्रभाव का निरीक्षण करने के उद्देश्य से विकसित किया गया था. परियोजना का उद्देश्य बाहरी अंतरिक्ष और पृथ्वी की सतह पर पराबैंगनी विकिरण के स्तर को मापना और इसके कारण जलवायु में होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन करना है. फिलहाल ये गतिविधियां परिसर में लगी मशीन से की जा रही हैं.
उपग्रह विकसित करने के बाद इन स्टूडेंट्स को विभिन्न कॉलेजों से WESat उपग्रह के डिजाइन और निर्माण प्रक्रिया के बारे में बहुत सारे प्रश्न मिल रहे हैं. उपग्रह के निर्माण की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए सभी उत्साहित थे. WESAT की उपलब्धि के पीछे इनका तीन साल का अथक धैर्यपूर्ण प्रयास है.
पहले उन्होंने इसरो को पत्र लिखकर उपग्रह निर्माण में अपनी रुचि व्यक्त की और फिर विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम के सहयोग से यह प्रयास पूरा किया गया. उपग्रह प्रक्षेपण के लिए इसरो और एलबीएस कॉलेज ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. लॉन्च अगले महीने के अंत या नवंबर के पहले हफ्ते में होगा.