कोकराझार (असम) : असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा (Himanta biswa Sarma) ने कोकराझार के एक गांव में पेड़ पर फांसी पर लटकी पायी गयीं दो बहनों के परिवार से रविवार को भेंट की और उन्हें इस स्तब्धकारी घटना के पीछे की सच्चाई सामने लाने का आश्वासन दिया .
गांव में इन दोनों बहनों के परिवार के साथ कुछ समय बिताने के बाद सरमा ने कहा कि सरकार मूल जातीय समुदाय की दो लड़कियों की मौत को हल्के में नहीं ले रही है.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, 'कल मुझे राभा समुदाय की दो लड़कियों की स्तब्धकारी मौत की खबर मिली. परिवार का कहना है कि उनके आत्महत्या कर लेने की कोई वजह नहीं है. इसलिए कुछ रहस्य तो है.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से जमीनी स्तर पर निरीक्षण किया और बोडोलैंड क्षेत्रीय इलाके के पुलिस महानिरीक्षक और कोकराझार के पुलिस अधीक्षक के साथ इस विषय पर चर्चा की.
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उन्होंने कहा, 'हमें कुछ लोगों पर शक है और हमने पूछताछ के लिए चार-पांच लोगों को हिरासत में लिया है. उनमें से दो ने अपने फोन से सारे संदेश एवं फोटो हटा दिए हैं लेकिन वे इन लड़कियों से एक-डेढ़ घंटे बातचीत करते थे.'
उन्होंने कहा, ' प्रथम दृष्टया इस मामले से हत्या एवं दबाव में आकर खुदकुशी का संकेत मिलता है. यदि यह हत्या है तो हम अपराधियों का पता लगाएंगे और उसे दंडित करेंगे. यदि यह खुदकुशी का मामला हुआ तो हम इसके पीछे की वजह का पता लगाएंगे. मैंने पुलिस को निर्देश दे दिया है.'
सरमा ने कहा कि कोकराझार एवं धुबरी जैसे निचले असम के जिलों में मूल जातीय लोगों को धमकी दी जाती है लेकिन उन्होंने इसे स्पष्ट नहीं किया. उन्होंने कहा, ' हम यहां की इन दो मूल स्थानीय लड़कियों की मौत को हल्के में नहीं ले रहे हैं. इसलिए मैं यहां आया हूं. मैं यहां से एक संदेश देना चाहता हूं कि यह सरकार गरीबों एवं दबे-कुचले लोगों का किसी भी प्रकार का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगी.'
(पीटीआई-भाषा)