मुंबई : शिवसेना सांसद संजय राउत ने गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly election) से पहले 'कांग्रेस विरोधी' रुख अख्तियार करने के लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) को आड़े हाथों लेते हुए रविवार को दावा किया कि तटीय राज्य में ममता बनर्जी नीत पार्टी की मौजूदगी से सबसे ज्यादा लाभ भाजपा को होगा. शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में अपने साप्ताहिक स्तंभ 'रोखठोक' में राउत ने कहा कि टीएमसी कांग्रेस समेत अन्य दलों से अविश्वनसीय नेताओं को शामिल कर रही है और ऐसा रवैया भाजपा से लड़ने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी को शोभा नहीं देता.
उन्होंने दावा किया कि टीएमसी गोवा विधानसभा चुनावों के लिए अत्यधिक खर्च कर रही है और कई लोग कहते हैं कि पार्टी की ओर से खर्च किए गए धन का स्रोत कहीं और है. गोवा की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए राउत ने कहा कि सभी दलों ने राज्य को 'राजनीतिक प्रयोगशाला' बना दिया है. बता दें, निर्वाचन आयोग ने गोवा में सभी 40 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को चुनाव कराने की घोषणा की है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी), आम आदमी पार्टी (आप), टीएमसी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) चुनाव मैदान में हैं. राउत ने दावा किया कि टीएमसी की गोवा में मौजूदगी से भाजपा को सबसे ज्यादा लाभ होगा. उन्होंने कहा कि बनर्जी अन्य दलों के 'अविश्वसनीय नेताओं' को अपने दल में शामिल करा रही हैं. यह उनकी छवि के अनुकूल नहीं है.
राउत ने कहा, 'अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का उद्देश्य कांग्रेस के अस्तित्व का सफाया करना है तो यह समझ में आता है, लेकिन बनर्जी का भी यही उद्देश्य है, तो यह उनकी छवि के अनुकूल नहीं है.' उन्होंने कहा कि गोवा के पिछले विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 17 सीटें जीतीं थी और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी और अब यह केवल दो सीटों पर सिमट गई है.
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राउत ने कहा कि इसकी वजह गोवा में कांग्रेस के पास मजबूत नेतृत्व नहीं होना है. उन्होंने दावा किया कि गोवा का चुनाव जीतना भाजपा के लिए आसान नहीं है, लेकिन आप और टीएमसी जैसे दल भाजपा की मदद करने के लिए कांग्रेस की राह में रोड़े अटका रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)