मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने गुरुवार को आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी के दौरान कई करोड़ रुपये का घोटाला हुआ, जिससे कथित तौर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के परिवार को उनके गृह ठाणे जिले में फायदा हुआ है. मीडिया से बात करते हुए राउत ने कहा कि कथित घोटाले में कथित फर्जी बिल शामिल हैं, जो जिले के ठाणे और कल्याण-डोंबिवली कस्बों में कोविड सुविधाओं के लिए कुछ कंपनियों द्वारा जारी किए गए थे.
संजय राउत ने कहा कि मेरे पास इसके सबूत हैं कि सुविधाएं प्रदान करने के लिए करोड़ों रुपये के फर्जी बिल जारी किए गए, जिससे उस समय शिंदे के परिवार को फायदा हुआ. संजय राउत ने दस्तावेजों को लहराते हुए मांग की कि संबंधित अधिकारियों को इस मामले में जवाब देना चाहिए. इस मुद्दे को आगे बढ़ाने की कसम खाते हुए संजय राउत ने कहा कि सत्तारूढ़ शिवसेना को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने अंदर झांकना चाहिए.
संजय राउत का इशारा महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के द्वारा एसआईटी के गठन पर था. शिंदे ने तीन दिन पहले एक एसआईटी की गठन किया गया है. यह एसआईटी कथित रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के 12,000 करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी की जांच करेगी. इस मामले में मार्च में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) द्वारा एक विशेष ऑडिट प्रकाशित हुई थी, जिसमें गड़बड़ी की ओर इशारा किया गया था.
शिवसेना (यूबीटी) ने देश के सबसे बड़े और सबसे अमीर नागरिक निकाय में कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए एक जुलाई को दक्षिण मुंबई में बीएमसी मुख्यालय तक एक विशाल विरोध मार्च की घोषणा करके प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
(आईएएनएस)