चंडीगढ़: पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट पर 23 जून को होने वाले उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार गुरमेल सिंह और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रत्याशी सिमरनजीत सिंह मान ने शनिवार को नामांकन पत्र दाखिल किए. बेअंत सिंह हत्याकांड मामले के दोषी बलवंत सिंह राजोआना की बहन कमलदीप कौर ने भी पटियाला जेल में अपने भाई से मुलाकात करने के बाद उपचुनाव लड़ने का फैसला किया है. इसके बाद, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कौर को संगरूर सीट के लिए शिअद-बसपा गठबंधन और सभी पंथिक संगठनों का संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया. पार्टी की नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि कमलदीप कौर शिअद के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगी और छह जून को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी.
संगरूर सीट से सांसद भगवंत मान ने इस साल हुए विधानसभा चुनाव में धुरी सीट से जीत हासिल की थी, जिसके बाद से यह सीट खाली है और इस पर उपचुनाव होने जा रहा है. भगवंत मान ने वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में संगरूर संसदीय सीट से जीत हासिल की थी. आम आदमी पार्टी के संगरूर जिले के प्रभारी गुरमेल सिंह को शुक्रवार को उम्मीदवार घोषित किया गया था. नामांकन पत्र दाखिल करते समय गुरमेल सिंह के साथ सीएम भगवंत मान भी मौजूद थे.
शिअद (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान ने उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. उन्होंने किसी सिख कैदी के परिवार के व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने के बादल के अनुरोध को खारिज कर दिया. बादल और शिअद के अन्य नेताओं ने शुक्रवार शाम सिमरनजीत सिंह मान से मुलाकात की थी. इस बीच, पटियाला में पत्रकारों से बात करते हुए कमलदीप कौर ने कहा कि उनके भाई ने उन्हें उपचुनाव लड़ने के लिए कहा था, यदि शिअद उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित करे तो. उन्होंने कहा कि शिअद नेताओं ने उनसे उपचुनाव लड़ने का अनुरोध किया था.
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. उपचुनाव के लिए 23 जून को मतदान होगा और 26 जून को मतगणना होगी. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि छह जून है.
मूसेवाला के पिता ने कहा- चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं
दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने शनिवार को स्पष्ट किया कि वह कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे और लोग इससे जुड़ी किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. उनका यह बयान कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग द्वारा अर्थशास्त्री सरदार सिंह जोहल के उस सुझाव का समर्थन किए जाने के एक दिन बाद आया है जिसमें बलकौर को संगरूर लोकसभा सीट से निर्विरोध निर्वाचित कराने की बात कही गई थी.
शनिवार को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद, बलकौर सिंह ने कहा कि जब वह सोशल मीडिया पर इस तरह की विभिन्न चर्चाओं को देखते हैं तो उन्हें दुख होता है. उन्होंने लोगों से कहा, 'इन पर ध्यान मत दो.' बलकौर ने कहा, 'मेरे बेटे की चिता की आग अभी ठंडी नहीं पड़ी है. मेरा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है.' परिवार के साथ दुख साझा करने के लिए लोगों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने लोगों से आठ जून को अपने बेटे के 'भोग' कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया और कहा कि वह अपने विचार साझा करेंगे.
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मूसेवाला की 29 मई को मानसा में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. शुक्रवार को अपने फेसबुक पेज पर जाने-माने अर्थशास्त्री जोहल ने लिखा था कि मूसेवाला की हत्या बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है. उन्होंने कहा था, 'समाज ने एक सशक्त और लोकप्रिय आवाज खो दी. यह एक सांस्कृतिक नुकसान है. माता-पिता के लिए नुकसान अकल्पनीय है और इसकी भरपाई नहीं की जा सकती है.' मूसेवाला के माता-पिता के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए, जोहल ने कहा था, 'मुझे लगता है कि यह थोड़ा मददगार हो सकता है यदि सिद्धू मूसेवाला के पिता को संगरूर निर्वाचन क्षेत्र से संसद के उपचुनाव में निर्विरोध निर्वाचित होने के लिए राजी किया जाए.' उनके ट्वीट के बाद कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख वडिंग ने जोहल के विचार का समर्थन किया था.