नई दिल्ली: सैमसंग ने कथित तौर पर कंपनी के स्वामित्व वाले उपकरणों के साथ-साथ आंतरिक नेटवर्क पर चलने वाले उपकरणों पर चैटजीपीटी जैसे जनरेटिव एआई टूल्स के उपयोग को ब्लॉक कर दिया (Samsung Bans Use of Generative AI Tools ) है. टेकक्रंच के मुताबिक, सैमसंग के संवेदनशील डेटा के पिछले महीने गलती से चैटजीपीटी पर लीक होने के बाद यह फैसला लिया गया. पहले की रिपोटरें के अनुसार, सैमसंग के सेमीकंडक्टर डिवीजन ने इंजीनियरों को चैटजीपीटी का उपयोग करने की अनुमति देने के तुरंत बाद, कर्मचारियों ने कम से कम तीन मौकों पर गुप्त जानकारी लीक की.
अब, कंपनी ने चैटजीपीटी और अन्य एआई सेवाओं जैसे माइक्रोसॉफ्ट के बिंग और गूगल के बार्ड को कंपनी में कंप्यूटर, टैबलेट और फोन पर प्रतिबंधित कर दिया है. यह नियम केवल सैमसंग द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए उपकरणों पर लागू होगा. उपभोक्ता और अन्य जिनके पास सैमसंग फोन, लैपटॉप और अन्य कनेक्टेड डिवाइस हैं, प्रभावित नहीं होंगे. सैमसंग ने तुरंत रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की. ब्लूमबर्ग द्वारा देखे गए एक मेमो के अनुसार, प्रतिबंध अस्थायी होगा, जब तक यह 'कर्मचारियों की उत्पादकता और दक्षता बढ़ाने के लिए सुरक्षित रूप से जनरेटिव एआई का उपयोग करने के लिए सही वातावरण बनाने के लिए सुरक्षा उपाय' नहीं बनाता है.
मेमो के अनुसार, डेटा लीक के बाद, सैमसंग ने अन्य जगहों पर जनरेटिव एआई टूल्स का उपयोग करने वाले कर्मचारियों को 'कंपनी से संबंधित कोई भी जानकारी या व्यक्तिगत डेटा जमा नहीं करने' के लिए कहा, जो इसकी बौद्धिक संपदा का खुलासा कर सकता है.कहा जाता है कि सैमसंग 'सॉफ्टवेयर विकास और अनुवाद' के लिए अपने स्वयं के इन-हाउस एआई उपकरण विकसित कर रहा है.
(आईएएनएस)
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