ETV Bharat / bharat

कोरोना से हुई मौत के आंकड़े छिपा रही है केजरीवाल सरकार- संबित पात्रा

दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर में हुई मौतों को लेकर बीजेपी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली सरकार पर मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए कई आरोप लगाते हुए कई सवाल पूछे हैं.

संबित पात्रा, भाजपा प्रवक्ता
संबित पात्रा, भाजपा प्रवक्ता
author img

By

Published : Jun 3, 2021, 2:05 PM IST

हैदराबाद: कोरोना की दूसरी लहर ने दिल्ली में जो कहर बरपाया उससे पूरी दुनिया वाकिफ है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) इस दौरान केंद्र सरकार पर कभी ऑक्सीजन तो कभी वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. लेकिन इस बार बीजेपी ने दिल्ली सरकार (delhi government) पर निशाना साधा है और कई सवाल उठाए हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों पर सवाल उठाते हुए दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है.

संबित पात्रा, भाजपा प्रवक्ता

'मौत के आंकडे़ छिपा रही है दिल्ली सरकार'

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (sambit patra) ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार कोरोना से हुई मौत के आंकड़े छिपा रही है. इसके लिए संबित पात्रा ने दिल्ली में नगर निगमों द्वारा जारी किए गए मृत्यु प्रमाण पत्रों (death certificate) के आंकड़ों को आधार बताया है. संबित पात्रा के मुताबिक अप्रैल और मई महीने में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली के तीन नगर निगमों ने 34,750 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जबकि दिल्ली सरकार के मुताबिक ये आंकड़ा 9,916 है. निगम के आंकड़ों में करीब 250% का इजाफा है. संबित पात्रा के मुताबिक दिल्ली में 21,000 ऐसे लोगों की मौत हुई है जिनके विषय में कोई हिसाब देने को तैयार नहीं है. संबित पात्रा के मुताबिक कुछ अधिकारियों ने दिल्ली में डेथ ऑडिट की मांग की है, इसलिये मौत के आंकड़ों को देखते हुए इस मांग पर दिल्ली की सरकार सफाई दे.

दिल्ली में कोरोना से मृत्युदर सर्वाधिक

संबित पात्रा ने कहा है कि कोरोना से मृत्युदर (case fatality ratio) के मामले में भी दिल्ली देश में पहले नंबर पर है. जबकि पंजाब दूसरे नंबर पर. दिल्ली में कोरोना से मृत्यु दर 2.9% है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर ये 1.3% है. इसका मतलब राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले कोरोना से मृत्युदर दिल्ली में दोगुनी से भी अधिक है. आखिर क्या वजह है कि दिल्ली में इतनी मौत हुई है, इसके लिए कौन जिम्मेदार है.

श्वेत पत्र जारी करे केजरीवाल सरकार

संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार एक श्वेत पत्र (white paper) जारी करे. संबित पात्रा ने दिल्ली में कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों के लेकर कई सवाल पूछे हैं.

  • क्या दिल्ली सरकार ने कोरोना से हुई मौत से जुड़े झूठे आंकड़े पेश किए ?
  • देश में कोरोना से सर्वाधिक मृत्युदर दिल्ली में क्यों रही ?
  • हरियाणा में दिल्ली से कम मामले आए ?

कई सवाल और कई आरोप

संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल ऑक्सीजन की होम डिलीवरी करना चाहते थे लेकिन आज दिल्ली में शराब की होम डिलीवरी हो रही है. दिल्ली में ऑक्सीजन ऑडिट की बात उठते ही दिल्ली सरकार की तरफ से तुरंत कहा गया कि अब दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है. ऐसे कई सवाल और आरोप संबित पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने रखा और कहा कि श्वेत पत्र जारी कर इन सवालों के जवाब भी दें.

-कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में टेस्टिंग कम किए गए

-2015-2019 के बीच दिल्ली में एक भी नया अस्पताल नहीं खोला गया.

-2013 के बाद दिल्ली में 16 अस्पताल निर्माणाधीन थे लेकिन अभी तक एक भी अस्पताल शुरू नहीं हो पाया है.

-250 बेड का कोविड अस्पताल खोलने का झूठ हाईकोर्ट में क्यों कहा गया.

- जुलाई 2020 से अप्रैल 2021 तक एक भी वेंटिलेटर दिल्ली सरकार ने नहीं खरीदा.

-44 ऑक्सीजन प्लांट खोलने की बात कही गई थी लेकिन डेढ महीने बाद कितने ऑक्सीजन प्लांट खुले

-दवाओं और ऑक्सीजन की होम डिलीवरी की बजाय शराब की होम डिलीवरी की गई

ये भी पढ़ें: सीरम इंस्टीट्यूट ने स्पूतनिक वी टीका बनाने के लिए डीसीजीआई से मांगी अनुमति

हैदराबाद: कोरोना की दूसरी लहर ने दिल्ली में जो कहर बरपाया उससे पूरी दुनिया वाकिफ है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) इस दौरान केंद्र सरकार पर कभी ऑक्सीजन तो कभी वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. लेकिन इस बार बीजेपी ने दिल्ली सरकार (delhi government) पर निशाना साधा है और कई सवाल उठाए हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों पर सवाल उठाते हुए दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है.

संबित पात्रा, भाजपा प्रवक्ता

'मौत के आंकडे़ छिपा रही है दिल्ली सरकार'

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (sambit patra) ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार कोरोना से हुई मौत के आंकड़े छिपा रही है. इसके लिए संबित पात्रा ने दिल्ली में नगर निगमों द्वारा जारी किए गए मृत्यु प्रमाण पत्रों (death certificate) के आंकड़ों को आधार बताया है. संबित पात्रा के मुताबिक अप्रैल और मई महीने में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली के तीन नगर निगमों ने 34,750 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जबकि दिल्ली सरकार के मुताबिक ये आंकड़ा 9,916 है. निगम के आंकड़ों में करीब 250% का इजाफा है. संबित पात्रा के मुताबिक दिल्ली में 21,000 ऐसे लोगों की मौत हुई है जिनके विषय में कोई हिसाब देने को तैयार नहीं है. संबित पात्रा के मुताबिक कुछ अधिकारियों ने दिल्ली में डेथ ऑडिट की मांग की है, इसलिये मौत के आंकड़ों को देखते हुए इस मांग पर दिल्ली की सरकार सफाई दे.

दिल्ली में कोरोना से मृत्युदर सर्वाधिक

संबित पात्रा ने कहा है कि कोरोना से मृत्युदर (case fatality ratio) के मामले में भी दिल्ली देश में पहले नंबर पर है. जबकि पंजाब दूसरे नंबर पर. दिल्ली में कोरोना से मृत्यु दर 2.9% है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर ये 1.3% है. इसका मतलब राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले कोरोना से मृत्युदर दिल्ली में दोगुनी से भी अधिक है. आखिर क्या वजह है कि दिल्ली में इतनी मौत हुई है, इसके लिए कौन जिम्मेदार है.

श्वेत पत्र जारी करे केजरीवाल सरकार

संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार एक श्वेत पत्र (white paper) जारी करे. संबित पात्रा ने दिल्ली में कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों के लेकर कई सवाल पूछे हैं.

  • क्या दिल्ली सरकार ने कोरोना से हुई मौत से जुड़े झूठे आंकड़े पेश किए ?
  • देश में कोरोना से सर्वाधिक मृत्युदर दिल्ली में क्यों रही ?
  • हरियाणा में दिल्ली से कम मामले आए ?

कई सवाल और कई आरोप

संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल ऑक्सीजन की होम डिलीवरी करना चाहते थे लेकिन आज दिल्ली में शराब की होम डिलीवरी हो रही है. दिल्ली में ऑक्सीजन ऑडिट की बात उठते ही दिल्ली सरकार की तरफ से तुरंत कहा गया कि अब दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है. ऐसे कई सवाल और आरोप संबित पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने रखा और कहा कि श्वेत पत्र जारी कर इन सवालों के जवाब भी दें.

-कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में टेस्टिंग कम किए गए

-2015-2019 के बीच दिल्ली में एक भी नया अस्पताल नहीं खोला गया.

-2013 के बाद दिल्ली में 16 अस्पताल निर्माणाधीन थे लेकिन अभी तक एक भी अस्पताल शुरू नहीं हो पाया है.

-250 बेड का कोविड अस्पताल खोलने का झूठ हाईकोर्ट में क्यों कहा गया.

- जुलाई 2020 से अप्रैल 2021 तक एक भी वेंटिलेटर दिल्ली सरकार ने नहीं खरीदा.

-44 ऑक्सीजन प्लांट खोलने की बात कही गई थी लेकिन डेढ महीने बाद कितने ऑक्सीजन प्लांट खुले

-दवाओं और ऑक्सीजन की होम डिलीवरी की बजाय शराब की होम डिलीवरी की गई

ये भी पढ़ें: सीरम इंस्टीट्यूट ने स्पूतनिक वी टीका बनाने के लिए डीसीजीआई से मांगी अनुमति

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.