नई दिल्ली: साहित्य अकादमी ने शुक्रवार को मणिपुरी भाषा के लिए युवा एवं बाल साहित्य पुरस्कारों की घोषणा कर दी. इससे पहले 23 जून को साहित्य अकादेमी ने बाकी भाषाओं के लिए इस पुरस्कार की घोषणा की थी. इस वर्ष कश्मीरी भाषा में बाल साहित्य पुरस्कार नहीं दिया जाएगा. बाल और युवा साहित्य दोनों पुरस्कार को तय करने के लिए अलग-अलग जूरी के सदस्य थे. इन पुस्तकों को निर्णायक मंडली ने निर्धारित चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए चुना है.
इसे मिला बाल साहित्य पुरस्कार: दिलीप नोंग्मैथेम को उनकी पुस्तक इबेम्मा अमासुंग नगाबेम्मा (कहानी संग्रह है) के लिए मणिपुरी भाषा में बाल साहित्य पुरस्कार 2023 दिया जाएगा. इस पुस्तक का चयन त्रिसदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए नियमानुसार किया है. निर्णायक मंडल में डॉ. हमोम नबचंद्र सिंह, डॉ. खुन्दोंग्बम गोकुलचंद्र सिंह, प्रो. नोरेम बिद्यासागर सिंह शामिल थे.
इन्हें मिला युवा साहित्य पुरस्कार: वर्ष 2023 के लिए मणिपुरी भाषा का साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार कवि परशुराम थिंगनम की कृति मातम्गी शेइरेंग 37 (कविता संग्रह है) को दिया जाएगा. इसके लिए बनी त्रिसदस्यीय जूरी के सदस्य में प्रो. अरुणा नहाकपम, प्रो. केएच. कुंजो सिंह, शरतचंद थियम शामिल थे.
ये भी पढ़ें: आज के युवा लेखकों में से ही भविष्य के भीष्म साहनी, महादेवी वर्मा और नामवर सिंह निकलेंगे: के. श्रीनिवास राव
किया जाएगा सम्मानित: ये पुरस्कार उन वर्ष के पुस्तकों से संबंधित है जो पुरस्कार वर्ष के पहले के पांच वर्ष अर्थात 1 जनवरी 2017 से 31 दिसंबर 2021 के बीच पहली बार प्रकाशित हुई हैं. पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कार के रूप में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक तथा 50,000 रुपए की सम्मान राशि बाद में आयोजित होने वाले एक विशेष समारोह में प्रदान किए जाएंगे.
ये भी पढ़ें: साहित्य अकादमी ने बाल साहित्य पुरस्कार और युवा पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की