चंडीगढ़ : पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको देखते हुए राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है. राजनीति दल चुनाव से पहले गठबंधन की संभावना तलाश रहे हैं. इसकी कड़ी में शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने गठबंधन की घोषणा की है.
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और बसपा नेताओं ने आज संयुक्त प्रेसवार्ता कर गठबंधन की औपचारिक घोषणा की. अब दोनों पार्टियां आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव मिल कर लड़ेंगी. इससे साफ है कि इस बार पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अकाली-बसपा गठबंधन की चुनौती का सामना करना पड़ा सकता है.
गठबंधन का एलान करते हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रेसवार्ता में कहा कि पंजाब की राजनीति में आज एक नया दिन है, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव और भविष्य के चुनाव एक साथ लड़ेंगे.
20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी बसपा
बादल ने कहा कि 117 सीटों में से बहुजन समाज पार्टी 20 सीटों पर और शिरोमणि अकाली दल शेष 97 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य पंजाब को कांग्रेस मुक्त करना है.
वहीं, बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि यह बसपा के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि पार्टी ने शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन गया है, जो पंजाब की सबसे बड़ी पार्टी है. 1986 में बसपा और शिअद दोनों ने संयुक्त रूप से लोकसभा चुनाव लड़ा था और पंजाब की 13 में से 11 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार भी हमारी गठबंधन विजयी होगी.
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बता दें कि शिरोमणि अकाली दल की नजर इस बार दलित वोटों पर हैं. यही वजह है कि शिअद ने अभी से ही दलित को उपमुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की है.