नई दिल्ली : संकट के समय में भारत मदद का हाथ आगे बढ़ाते हुए देश में विकसित वैक्सीन को अन्य देशों में भेज रहा है. इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोक सभा में कहा कि कोरोना महामारी जब चरम पर थी उस वक्त भी हमारी दवा और चिकित्सा क्षमताओं की वैश्विक मांगें थीं. हमने इन मांगों को पूरा कि क्योंकि यह हमारी कोरोना से लड़ने की संबंधित क्षमताएं असाधारण थी.
पीएम मोदी की दृष्टि ने व्यावहारिक पहल के संदर्भ में अन्य देशों के साथ हमारी सद्भावना को सार्थक बनाने के लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रदान की है. परिणामस्वरूप, इसने पहली और विश्वसनीय प्रतिवादी के रूप में हमारी प्रतिष्ठा विकसित की है.
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भारत ने 150 देशों में वैक्सीन की आपूर्ति की, जिनमें से 82 को भारत ने वैक्सीन अनुदान के रूप में दी. यह उदार दृष्टिकोण वंदे भारत मिशन के लिए भी बढ़ाया गया था.
बता दें कि घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते, महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करेगा.