नई दिल्ली : जी20 शिखर सम्मेलन में जापान ने यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तत्काल वापसी के लिए दबाव डाला. जी20 शिखर सम्मेलन के समापन पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने रविवार को कहा, "हम यूक्रेन की स्थिति से रूबरू हैं और रूस की परमाणु धमकी तो दूर, परमाणु हथियारों के इस्तेमाल तक संपूर्ण रूप से अस्वीकार्य है." जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की बैठकों के दौरान, उनके देश ने यूक्रेन में सैनिकों की तत्काल वापसी और स्थायी शांति का आह्वान किया.
किशिदा ने कहा, "पूरी बैठकों के दौरान जापान ने रूसी सैनिकों की तत्काल वापसी के लिए दबाव डाला था. यूक्रेन में न्यायसंगत और टिकाऊ शांति की बात कही थी. हमने अपनी स्थिति को रेखांकित किया कि रूस के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की बात तो दूर, इसकी धमकी देना भी बिल्कुल अस्वीकार्य है. मैंने संघर्ष के बीच कमजोर लोगों को वैश्विक समुदाय से सहायता के महत्व पर भी प्रकाश डाला." साथ ही उन्होंने भारत की जी20 अध्यक्षता की सराहना करते हुए कहा, "इस वर्ष के अध्यक्ष के रूप में भारत के नेतृत्व में हम जी20 नेताओं की घोषणा पर सहमत होने में सक्षम थे जो वास्तव में एक सार्थक उपलब्धि है."
भारत ने रविवार को ब्राजील को जी20 की अध्यक्षता औपचारिक रूप से सौंपी. वहीं, शिखर सम्मेलन के पहले दिन शनिवार को जी20 नेताओं ने नई दिल्ली नेताओं के घोषणापत्र को अपनाया. जापानी पीएम ने यह भी कहा कि उनका देश जी7 और जी20 शिखर सम्मेलन के नतीजों को आगे बढ़ाने के इरादे से बातचीत में शामिल था. उन्होंने कहा, "जापान जी7 के नतीजों को जी20 तक पहुंचाने के इरादे से बातचीत में लगा हुआ है और हम हिरोशिमा शिखर सम्मेलन में पुष्टि किए गए बिंदुओं को जी20 में पेश करने में सक्षम हुए. मैं जी7 और जी20 द्वारा दिए गए नतीजों पर आगे बढ़ने के लिए अन्य नेताओं के साथ काम करने को उत्सुक हूं."
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किशिदा ने आगे कहा, "पिछले पांच दिन में मैंने जकार्ता में आसियान-संबंधित शिखर सम्मेलन और जी20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में भाग लिया. सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, मैं दोनों सम्मेलनों के अध्यक्ष के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको और यहां प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी तथा दोनों सरकारों के सदस्यों के प्रति अपना गहरा सम्मान और सराहना व्यक्त करता हूं."
(एएनआई)