बीकानेर. कहते हैं जोड़ियां स्वर्ग में बनती है और जब दो लोगों का मिलन होना होता है तो सात समुंदर पार की दूरी भी कोई मायने नहीं रखती. कुछ ऐसा ही शुक्रवार को राजस्थान में हुआ, जहां रूस में रह रही एक युवती ने बीकानेर के युवक से शादी की. शादी के दौरान फेरे कृष्ण भजन हरे कृष्ण, हरे कृष्ण के साथ हुए.
आर्ट ऑफ लिविंग कैंप में हुआ मिलन : दूल्हे मयंक ने बताया कि वह पेशे से इंजीनियर है और एक आईटी कंपनी में काम करता है. मयंक ने बताया कि वह आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़ा हुआ है और उसके आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर हैं. उसने बताया कि उसकी पहली मुलाकात सेनिया से बेंगलुरु में महाशिवरात्रि के दिन गुरुदेव के आश्रम में हुई थी. उसके बाद दोनों ने गुरुदेव से शादी करने की इजाजत ली. इसके बाद सेनिया के परिवारजनों से बात हुई. उन्होंने बताया कि शुरुआत में वे नहीं माने, लेकिन बाद में मान गए. उसने बताया कि सेनिया का जन्म साइबेरिया में हुआ है, लेकिन पिछले कुछ सालों से वह रूस के मास्को में ही रह रही हैं.
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कृष्ण भक्ति में रमी : मयंक ने बताया कि सेनिया को यहां की संस्कृति ऐसी भा गई है कि वह यहीं की होकर रह गई. उन्होंने बताया कि मास्को में 7 अगस्त को रिंग सेरेमनी हुई और आज दोनों हिंदू रीति रिवाज से विवाह बंधन में बंध गए. बीकानेर के सादुलगंज स्थित इस्कॉन मंदिर के पुजारी ने दोनों की विवाह की रस्में पूरी करवाई. इस शादी में इस्कॉन मंदिर से जुड़े कृष्ण भक्त और मयंक के परिजन शामिल हुए. शादी के दौरान हरे कृष्ण, हरे कृष्ण भजन गूंजता रहा.