कीव : यूक्रेन में नागरिकों की जानबूझकर हत्या करने के सबूत सामने आने के बाद रूस को निंदा की एक नए दौर का सामना करना पड़ रहा है. रूस के खिलाफ युद्ध अपराधों के लिए मुकदमा तथा कठोर पाबंदी लगाने की मांग की जा रही है. यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद (United Nations Human Rights Council ) से निलंबित करने के संबंध में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित कदम पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में आज मतदान होगा. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली इकाई को लाशों के ढेर की 20 मिनट की वीडियो फुटेज दिखाते हुए रूसी आक्रमण को रोकने का आह्वान किया.
जंग की काली तस्वीर
रूस के देश के पूर्व में अपना आक्रामक अभियान जारी रखने के बीच कुछ पश्चिमी नेताओं ने उसके खिलाफ और प्रतिबंधों का आह्वान किया है. बता दें कि, यूक्रेन में 410 नागरिकों के शव राजधानी कीव के आसपास के शहरों में पाए गए, जिन्हें हाल के दिनों में रूसी सेना से फिर से कब्जे में लिया गया था. नौ लोगों के एक समूह के शव, सभी असैन्य कपड़ों में, एक ऐसी जगह के चारों ओर बिखरे हुए थे, जिसके बारे में निवासियों ने कहा था कि उस स्थान का इस्तेमाल रूसी सैनिकों ने अपने शिविर के रूप में किया था. ऐसा लग रहा था कि उन्हें काफी नजदीक से गोली मारी गई हो, उनमें से कम से कम दो के हाथ उनकी पीठ के पीछे बंधे हुए थे. कीव के पश्चिम में मोतिज़िन में, एपी पत्रकारों ने चार लोगों के शवों देखे जिन्हें पास से गोली मार दी गई थी और एक गड्ढे में फेंक दिया गया था.
निवासियों ने कहा कि उन शवों में महापौर, उनके बेटे और पति का शव शामिल था. ये शव बंधे हुए थे और उनकी आंखों पर भी पट्टी बंधी हुई थी. सड़कों पर पड़ी हुई लाशों या जल्दबाजी में खोदी गई कब्रों की तस्वीरों ने आक्रोश की लहर को जन्म दिया जो लगभग छह सप्ताह पुराने युद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत दे सकती हैं.पश्चिमी और यूक्रेनी नेताओं ने पूर्व में रूस पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया है, और अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के अभियोजकों ने युद्ध को लेकर एक जांच शुरू की है, लेकिन नवीनतम खबरों ने आलोचनाओं को और भी तेज कर दिया. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और कुछ पश्चिमी नेता अब रूस पर नरसंहार का आरोप भी लगा रहे हैं.
मारियुपोल में अभी तक पांच हजार से अधिक लोगों की मौत, पूर्वी यूक्रेन पर हमले की तैयारी में रूस
मारियुपोल के मेयर ने बुधवार को कहा कि बंदरगाह शहर में अभी तक पांच हजार से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है. शहर रूसी सैनिकों के कब्जे में हैं.मेयर का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब यूक्रेन अपनी राजधानी कीव के आसपास के कस्बों में नागरिकों की बर्बर हत्या के सबूत एकत्रित कर रहा है.ऐसा कहा जा रहा है कि रूसी सैनिकों के यूक्रेन के कुछ इलाकों से हटने से पहले वहां नागरिकों की कथित तौर पर अंधाधुंध हत्या की गई थी। यूक्रेन के अधिकारी राजधानी के आसपास के कस्बों में बिखरे शवों को उठा रहे हैं.अमेरिका के एक रक्षा अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि रूस ने उत्तर में कीव और चेर्निहीव क्षेत्रों से अपने सभी अनुमानित 24,000 या अधिक सैनिकों को वापस बुला लिया है, जिन्हें बेलारूस या रूस भेज गया है और पुनर्गठित किया जा रहा है। इन्हें पूर्वी हिस्से में लड़ाई के लिए भेजे जाने की आशंका है.
रूस को अलग-थलग करने की तैयारी
यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के संबंध में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित कदम पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में बृहस्पतिवार को मतदान होगा. यूएनजीए अध्यक्ष के कार्यालय ने कहा कि 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र निकाय का आपातकालीन विशेष सत्र बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे फिर से शुरू होगा और इस दौरान रूस को निलंबित करने के लिए मसौदा प्रस्ताव पर कार्रवाई की उम्मीद है. मानवाधिकार परिषद में 47 सदस्य देश होते हैं, जो महासभा के अधिकांश सदस्यों द्वारा गुप्त मतदान द्वारा सीधे तथा व्यक्तिगत रूप से चुने जाते हैं. महासभा, उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत से 'मानवाधिकारों के घोर और व्यवस्थित उल्लंघन करने वाले परिषद के सदस्य की परिषद में सदस्यता निलंबित कर सकती है.'
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने रोमानिया में संवाददाताओं से कहा था कि अमेरिका, यूक्रेन व यूरोपीय देशों और संयुक्त राष्ट्र में अन्य भागीदारों के साथ करीबी समन्वय कर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से रूस का निलंबन चाहता है. इधर, अमेरिका और ब्रिटेन ने हाल के हफ्तों में रूस पर सुरक्षा परिषद की बैठकों का इस्तेमाल दुष्प्रचार फैलाने के लिए करने का आरोप लगाया है. इस बीच, यूरोपीय नेताओं ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि इन हत्याओं के पीछे कौन था.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को कहा कि बूचा में युद्ध अपराधों के स्पष्ट सबूत हैं जो नए उपायों की मांग करते हैं, उन्होंने कहा, “मैं प्रतिबंधों के एक नए दौर के पक्ष में हूं और विशेष रूप से कोयले और पेट्रोल पर. हमें कार्रवाई करने की जरूरत है. इस बीच, अमेरिका और उसके सहयोगियों ने व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगाकर रूस को आक्रमण के लिए दंडित करने की मांग की है. हालांकि, वे उन उपायों को लागू करने में अनिच्छुक हो सकते हैं जो कोरोना वायरस महामारी से उबर रही वैश्विक अर्थव्यवस्था को और नुकसान पहुंचाते हैं. एक प्रमुख तेल और गैस निर्यातक के रूप में, रूस पहले से ही उच्च वैश्विक ऊर्जा कीमतों में किसी भी वृद्धि से लाभान्वित होने के लिए खड़ा है. यूरोप एक अलग उधेड़बुन में है, क्योंकि उसे अपना 40 प्रतिशत गैस और 25 प्रतिशत तेल रूस से प्राप्त होता है.
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पश्चिमी देश रूस के खिलाफ प्रतिबंध और बढ़ाएंगे
पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ और कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी तेज कर दी है तथा यूक्रेन को ज्यादा हथियार भेजने वाले हैं. यह कदम ऐसे वक्त उठाए जा रहे हैं, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि दुनिया उनके देश पर रूस को बर्बर हमला करने से रोकने में नाकाम रही. उन्होंने रूसी सैनिकों पर नागरिकों की हत्याएं करने, महिलाओं से बलात्कार करने और यातनाएं देने का भी आरोप लगाया है. यूक्रेन की राजधानी के आसपास तबाह हो चुके शहरों की सुनसान सड़कों से अधिकारी नागरिकों के खिलाफ युद्ध अपराध के सबूत इकट्ठा कर रहे हैं. रूसी सैनिकों की वापसी के बाद कीव के पास के इलाकों से बारूदी सुरंग हटाने का काम भी जारी है.