सासारामः बिहार के सासाराम में रामनवमी के बाद दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद हिंसक घटनाओं को लेकर लोगों में दहशत का माहौल है. मंगलवार को एक बार फिर असामाजिक तत्वों द्वारा एक झोपड़ी में आग लगाने की अफवाह फैल गई, दरअसल ये झोपड़ी एक समुदाय के धार्मिक संस्थान के परिसर में स्थित थी. घटना नगर थाने क्षेत्र के बादशाही पुल के पास की है. सासाराम डीएम धर्मेंद्र कुमार ने घटना के संबंध में पुष्टि करते हुए बताया कि ये आग शॉट सर्किट से लगी है, ये किसी असमाजिक तत्व की करतूत नहीं है. उन्होंने एक बार फिर लोगों से किसी भी अफवाह पर ध्यान ना देने की अपील की.
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अब तक 44 लोगों की हुई गिरफ्तारी: रोहतास डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि लगातार हर क्षेत्र में पैरा मिलिट्री फोर्सेज और पुलिस के जवान हालात पर नजर रखे हुए हैं. कहीं कोई गड़बड़ी या आशांति की बात नहीं है, बार-बार लोगों से कहा जा रहा कि अफवाह पर ध्यान ना दें और सभी लोग सुरक्षित हैं, कोई डर की बात नहीं है. अब तक 44 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, 7 लोगों को डिटेन कर पूछताछ की जा रही है. सब कुछ समान्य है, सोमवार को भी शहर में पूरी तरह से शांतिपूर्ण माहौल था.
"जहां पर ये आग लगी है वो शहर से दूर है. मामूली सी घटना को हाइक किया जा रहा है आश्चर्य है. हमारी फोर्सेज ने साकेत नगर में कुछ इलेक्ट्रिक स्पार्क होते देखा. तुरंत इसकी सूचना फायर सेक्शन और इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट को दी गई. चिंगारी आग की शक्ल भी नहीं ले पाई थी, उन्होंने 15 मिनट के अंदर आकर नियंत्रण कर लिया. आग लगने की बात अफवाह है. किसी भी अफवाह पर ना जांए बार-बार कहा जा रहा है"- धर्मेंद्र कुमार, डीएम, रोहतास
स्थानीय लोगों का क्या है कहनाः वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि बीती रात बादशाही पुल के नजदीक एक धार्मिक संस्थान के परिसर स्थित झोपड़ी में आग लग गई. सुबह जब लोगों को पता चला तो मौके पर पहुंचकर लोगों ने आग पर काबू पाया. उसके बाद ये बात हवा की तरह फैल गई कि असामाजिक तत्वों ने ये आग लगाई है. हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि आग कैसे लगी किसने लगाई, फिलहाल यह बता पाना मुश्किल है. वहीं एक समुदाय के धार्मिक संस्थान पर भी लगी आग के काले धब्बे दिखाई पड़ रहे हैं.
रात के समय झोपड़ी में कोई नहीं था: स्थानीय लोगों ने बताया कि फिलहाल झोपड़ी में कोई रहता नहीं था नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. धार्मिक संस्थान में मौजूद लोगों से जब पूछा गया कि यहां पर कोई पुलिस जवान या मजिस्ट्रेट तैनात था कि नहीं तो उन्होंने साफ कह दिया कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, उन्होंने यहां किसी को पहरा देते नहीं देखा. ये सवाल जिला प्रशासन से जाकर किजीए.
"अब हमें क्या पता यहां कोई तैनात था या नहीं, ये तो जिला प्रशासन का काम है. उन्हीं से जाकर पूछिये. आग लगी है, आग लगने से नुकसान हुआ है. रात में यहां कोई नहीं रहता. संस्थान की ओर से यहां कोई गार्ड भी रात में नहीं रहता. झोपड़ी में भी कोई नहीं था"- जीएम अंसारी, स्थानीय
भारी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्सेज की तैनाती: बता दें कि सासाराम में हिंसा के बाद शहर के विभिन्न इलाकों में भारी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्सेज की तैनाती की गई है. वहीं, डीएम एसपी के द्वारा भी लगातार इलाके में नजर रखी जा रही है. इसके बावजूद आज पांचवे दिन भी असामाजिक तत्वों के द्वारा एक बार फिर घटना को अंजाम दिए जाने की बात कही जा रही है. जबकि डीएम ने इसे पूरी तरह नकार दिया है और इसे महज अफवाह बताया है. बता दें कि कल एडिशनल डीजीपी सुशील खोपड़े ने भी प्रभावित इलाके का दौरा कर इलाके में सब कुछ स्थिति सामान्य होने का दावा किया था.