नई दिल्ली: दिल्ली स्थित मंडोली जेल में 50 से ज्यादा कैदियों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे के दौरान कई कैदियों ने खुद को घायल कर लिया. 23 कैदियों को जेल की डिस्पेंसरी में उपचार के लिए ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. वहीं एक कैदी को उपचार के लिए जीटीबी अस्पताल में पहुंचाया गया है. हंगामे और कैदियों द्वारा खुद को घायल करने की यह घटना जेल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है.
जानकारी के अनुसार रोहिणी कोर्ट में हुई जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद से तिहाड़ जेल प्रशासन अलर्ट पर है. जेल के भीतर कैदियों को वार्ड से बाहर निकलने के दौरान खासतौर से सावधानी बरती जा रही है.
कई जेलों में कैदियों को वार्ड से बाहर नहीं निकाला जा रहा है क्योंकि अभी कैदियों के बीच भिड़ंत होने की आशंका है. मंडोली जेल में सोमवार शाम दो विचाराधीन कैदी 30 वर्षीय दानिश और 35 वर्षीय अनीश अपने सेल से बाहर निकलना चाहते थे. उन्हें जेल कर्मचारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से शाम के समय उनका बाहर निकलना ठीक नहीं है. यहां पर कई गैंग के बीच दुश्मनी चल रही है और इसके चलते कैदियों में झड़प हो सकती है.
इस पर नाराज होकर दोनों कैदी इसका विरोध करने लगे. दानिश और अनीस ने अंदर जाकर पहले खुद को घायल कर लिया और फिर अन्य कैदियों को कहा कि वह खुद को घायल कर लें. कैदियों ने जेल में जमकर हंगामा किया और अपना सिर दीवार और सलाखों से मारकर खुद को घायल कर लिया. इतना ही नहीं कुछ लोगों ने खुद पर धारदार हथियार से भी हमला कर खुद को घायल किया. जेल प्रशासन द्वारा हल्के बल का प्रयोग कर इन सभी कैदियों को काबू किया गया. जेल सूत्रों के अनुसार इस घटना में लगभग दो दर्जन कैदी घायल हो गए थे जिन्हें उपचार के लिए जेल की डिस्पेंसरी में पहुंचाया गया. वहां से उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई है जबकि एक कैदी को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यह पूरी घटना जेल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. पुलिस के अनुसार इस हंगामे की शुरुआत करने वाला दानिश जेल में बंद छेनू पहलवान का साथी है. उसके खिलाफ झपटमारी, हत्या प्रयास, लूट और आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं. वहीं अनीश के खिलाफ झपटमारी, लूट और हत्या प्रयास के मामले पहले से दर्ज हैं.