जशपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर स्थित वशिष्ठ कम्युनिस्ट हॉल में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में रविवार को तब हंगामा मच गया, जब पूर्व जिलाध्यक्ष एवं माध्यमिक शिक्षा मंडल के सदस्य पवन अग्रवाल को भाषण देने से रोक दिया गया. यहां तक कि उनके हाथों से माइक छीन लिया गया और उन्हें धक्का देकर मंच से नीचे उतार दिया गया.
जानकारी के मुताबिक, जब पवन ने ढाई-ढाई साल के सीएम फॉर्मूले पर बोलना शुरू किया, तब उनसे माइक छीन लिया गया. भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के समर्थक आपस में भिड़ गए. मंच पर भाषण देने खड़े पवन अग्रवाल को धकेल कर नीचे उतार दिया गया. इस घटना को लेकर कांग्रेसियों में खासा विवाद शुरू हो गया. वरिष्ठ नेताओं ने हस्तक्षेप कर किसी तरह से मामला शांत कराया.
इस घटना के बाद पवन अग्रवाल ने बताया कि जैसे ही उन्होंने कहा कि टीएस सिंह देव ने ढाई साल (सीएम बनने के लिए) इंतजार किया और अब भूपेश बघेल को अपनी सीट खाली करनी होगी. जब यहां कांग्रेस की सरकार नहीं थी, तब देव और बघेल ने साथ काम किया था. अब उन्हीं की बदौलत कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है. तब कुनकुरी विधायक के लोगों ने उनपर हमला कर दिया.
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पवन अग्रवाल ने आरोप लगाया कि पार्टी में उनकी उपेक्षा की जा रही है. जब वह सिंहदेव के बारे में बोलने लगे, तभी अचानक कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इफ्तिखार हसन उन्हें मंच से धक्का देते हुए माइक छीन लिया.
वहीं, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष रवि शर्मा ने कहा कि कांग्रेस एक बड़ा परिवार है. छोटी बातें होती रहती हैं. अगर आयोजन में अनुशासनहीनता की बात आई है तो कार्रवाई की जाएगी.