नई दिल्ली : पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर से संघर्ष कर रहा है, ऐसे में लोगों की मदद के लिए आरएसएस और उसके संगठन सेवा भारती बढ़चढ़कर आगे आए हैं. इन संगठनों ने दिल्ली में एक कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की है.
दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज में यह 100 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. जहां दो रेजिडेंट डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ़, ऑक्सीजन सुविधा और मरीजों के लिए पौष्टिक आहार मुहैया कराया जाएगा.
नॉर्थ दिल्ली के अशोक विहार स्थित इस सेंटर पर मौजूद सेवा भारती कार्यकर्ता महावीर ने बताया कि ऐसे सेंटर देश भर में इसलिये भी जरूरी हैं क्योंकि छोटे घरों में रहने वाले परिवार में यदि एक सदस्य भी संक्रमित होता है तो पूरे परिवार के सामने समस्या खड़ी हो जाती है कि वह उन्हें आइसोलेट कैसे करें. जब घर में ठीक व्यवस्था नहीं हो पाती तो लोग डरकर अस्पतालों का रुख कर रहे हैं जहां इस समय बेड की समस्या है.
उनका कहना है कि अस्पतालों पर पहुंच रहे सभी मरीजों को भर्ती की आवश्यकता नहीं होती लेकिन घर में व्यवस्था न होने के कारण उन्हें कोई विकल्प नहीं दिखता. ऐसे मरीजों को ध्यान में रखते हुए ही इस कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की गई है.
बहरहाल लक्ष्मीबाई कोविड केयर सेंटर में 8 क्लासरूम को कोविड वार्ड बनाया गया है जिसमें कुल 100 बेड लगाए गए हैं. महावीर ने बताया कि आगे इसे और भी बढ़ाया जा सकता है.
चूंकि इस कोविड केयर सेंटर में अभी आईसीयू और वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है इसलिये यहां उन्हीं मरीजों को भर्ती किया जाएगी जो ज्यादा गंभीर नहीं हैं. सेंटर पर ओपीडी कंसल्टेशन और टेस्टिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है.
कम संक्रमित मरीज भर्ती हो सकते हैं यहां
मरीजों की उम्र यदि 60 वर्ष से कम है और उन्हें किसी अन्य तरह की बड़ी बीमारी नहीं है तो ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज इस कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो सकते हैं.
बतौर चिकित्सक, ज्यादातर मरीज अच्छी देखभाल और पौष्टिक आहार और दवाइयों से ठीक हो सकते हैं इसलिये यहां पौष्टिक आहार का भी ख्याल रखा गया है. कॉलेज के कैंटीन में मरीजों के लिए उपयुक्त और पौष्टिक आहार तैयार किया जाएगा और सेवा कार्य में लगे स्टाफ के लिए भी यहां भोजन और रहने की व्यवस्था की गई है.
कॉलेज कैंपस में पर्याप्त जगह होने के कारण यहां बेड की संख्या जरूरत के अनुसार कभी भी बढ़ाई जा सकती है. ऑक्सीजन सिलेंडर के अलावा यहां 30 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी मंगाए जा रहे हैं जिससे मरीजों को राहत दी जाएगी.
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दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों को कोविड केयर सेंटर्स में तब्दील करने का निर्णय इस भयंकर महामारी के दौर में एक कारगर उपाय के रूप में देखा जा सकता है. इससे न केवल अस्पतालों से दबाव कम होगा बल्कि लाखों लोग जो छोटे घरों में रहते हैं और होम आइसोलेशन न कर पाने के कारण संक्रमित हो जाते हैं उन्हें राहत मिलेगी.