नई दिल्ली : रेल मंत्रालय ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) रेलवे संपत्ति, रेलवे प्लेटफॉर्मों तथा स्टेशनों के अन्य क्षेत्रों के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इसी के तहत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने अक्टूबर महीने में ऑपरेशन 'नन्हे फरिश्ते' के तहत 601 से अधिक बच्चों को उनके परिवार से मिलाया है.
ये बच्चे विभिन्न कारणों से अपने परिवारों से अलग हो गए थे और आरपीएफ ने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया. इसी तरह, आरपीएफ की सतर्क और त्वरित कार्रवाई ने ऑपरेशन 'जीवन रक्षा' के तहत अक्टूबर 2023 के महीने में 262 यात्रियों की जान बचाई, जो प्लेटफॉर्म और रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से कटने के करीब पहुंच गए थे.
आरपीएफ की मानव तस्करी विरोधी इकाइयों (एएचटीयू) ने देशभर में भारतीय रेल के स्टेशनों पर मानव तस्करों की योजनाओं को विफल करने के लिए लगातार काम किया. अक्टूबर 2023 में आरपीएफ ने 39 लोगों को तस्करों के चंगुल से बचाया.
'मेरी सहेली' पहल के तहत महिला सुरक्षा के बारे में बात करते हुए मंत्रालय ने कहा कि आरपीएफ ने 4,23,803 महिला यात्रियों को सुरक्षा आश्वासन प्रदान किया. आरपीएफ ने महिलाओं के लिए आरक्षित कोचों में पाए गए 5,722 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की.
दलालों के खिलाफ अपनी लड़ाई में आरपीएफ ने अक्टूबर 2023 में 490 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और कानून के अनुसार उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की. एक बयान में कहा गया, 'इसके अतिरिक्त, उन्होंने 42 अवैध सॉफ्टवेयर सहित 43.96 लाख रुपये मूल्य के भविष्य के टिकट जब्त किए.'
इसी तरह, आरपीएफ ने भी सुरक्षा संबंधी 30,300 यात्री शिकायतों का तुरंत समाधान किया और उन्हें हल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की. मंत्रालय ने कहा कि 'आरपीएफ ने रेल मदद पोर्टल और हेल्पलाइन (नंबर 139 को आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली नंबर 112 के साथ एकीकृत) के माध्यम से सुरक्षा संबंधी यात्री शिकायतों का तुरंत समाधान किया. अक्टूबर 2023 में 30,300 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं, आरपीएफ ने उन्हें हल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की.'
यात्री सुरक्षा बनाए रखने और रेलवे सेवाओं की सुरक्षा के दृढ़ प्रयास में आरपीएफ ने 'ऑपरेशन संरक्षण' के तहत अक्टूबर 2023 में चलती ट्रेनों पर पथराव के खतरनाक कृत्य में शामिल 33 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया.