रायपुर: छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर अभी से ही राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपने छात्र संगठनों को भी सक्रिय कर दिया है. कांग्रेस ने नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) को सक्रिय करते हुए चुनाव में उनकी भूमिका तय की है. वहीं भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को एक्टिव मोड में लाने के लिए जुटी है. एबीवीपी हमेशा से ही छात्र संगठन होने का दावा करते है, ना कि कोई राजनीतिक दल. बादजूद इसके उनकी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
एनएसयूआई हुआ सक्रिय: विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर गुरुवार को एनएसयूआई प्रदेश कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उपस्थित रहे. बैठक के दौरान विधानसभा चुनाव में एनएसयूआई को किस तरह काम करना है, कैसे लोगों के घरों तक पहुंचना है, यह तय किया गया. इसके लिए सीएम ने उन्हें टिप्स दिए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं. सीएम बघेल ने कहा कि "हमें सोशल मीडिया में सिर्फ जिंदाबाद नहीं लिखना है. बल्कि सही को सही लिख कर दो से तीन लाइन का कमेंट करना है."
एनएसयूआई के सदस्यों की बढ़ी संख्या: एनएसयूआई के पदाधिकारियों का कहना है कि "जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार नहीं थी. उस दौरान 2018 में लगभग 2,56,000 सदस्य थे. लेकिन साल 2023 में यह संख्या बढ़कर 3,06,000 पहुंच गई है." एनएसयूआई पदाधिकारियों कहना की "संख्या बढ़ने की प्रमुख वजह कहीं ना कहीं भूपेश सरकार के छात्र हित में किए गए काम हैं, जिस वजह से ज्यादा से ज्यादा छात्र एनएसयूआई से जुड़ रहे हैं. आने वाले समय में यह संख्या और भी बढ़ सकती है." पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी. वे घर-घर दस्तक देंगे और कांग्रेस सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाएंगे.