नई दिल्लीः जंतर-मंतर पर बीती रात प्रदर्शनकारी पहलवान और दिल्ली पुलिस के जवान आमने-सामने आ गए. बहसबाजी कुछ मिनटों में हाथापाई में बदल गई. किसी का सिर फूटा, किसी के हाथ-पैर में चोट लगी. विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया जैसे दिग्गज पहलवानों को भी चोटें आई है. वहीं देर रात हुए इस घटनाक्रम के बाद जंतर-मंतर पर सुबह विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी भी सुबह पहलवानों से मिलने के लिए पहुंचे. पहलवानों से उन्होंने बातचीत की और उन्हें सभी तरह से मदद का आश्वासन दिया.
ईटीवी भारत से बातचीत में जयंत चौधरी ने कहा कि जिस प्रकार से रात की घटना हुई है, उसने पूरे देश को झकझोर दिया है. खिलाड़ी अपने मेडल को वापस करने पर मजबूर हो गए हैं. खिलाड़ी यह भी कह रहे हैं कि क्या फायदा ऐसे में मेडल का, जहां पर महिलाओं का सम्मान ही नहीं किया जा रहा हो. आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा है कि देर रात जो घटना हुई है, उसमें दो पहलवानों को गंभीर चोटें आई हैं. हेड इंजरी हुई है, लेकिन आज धरने पर बैठे पहलवानों का मनोबल टूट रहा है. अगर इनका सम्मान ही नहीं होगा तो, ये पहलवान इस मेडल का क्या करेंगे? पहलवानों ने बताया कि इससे अच्छा तो हम मामूली जिंदगी जी लेंगे और हमने जो मेडल जीते हैं, उसे हम भारत सरकार को वापस कर देंगे. पहलवानों ने अपने मेडल वापस करने के लिए बोल दिया है. बड़ी ही हैरानी होती है कि देश में अपने हक की आवाज उठाने वाले पहलवानों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया जा रहा है.
जयंत चौधरी ने कहा कि देर रात जब बारिश हुई, तो पहलवान कहां जाते? उन्होंने सिर्फ यही कहा था कि हमें यहां पर बैठना है और नीचे पानी भरा हुआ है. यहां किसी को शौक नहीं है सोने का और रहने का. जयंत चौधरी ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और दिल्ली पुलिस को लेकर कहा कि पहले इन्हीं दिल्ली पुलिस के जवानों ने किसानों पर लाठियां बरसाई थी और आज पहलवानों के साथ मारपीट की है. यह घटना बिल्कुल गलत है ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए.
सरकार पहलवान से डर गई हैः उन्होंने आगे की रणनीति को लेकर कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट में इस पूरे मामले को लेकर सुनवाई है. पहलवानों से बातचीत हुई है और आगे की रणनीति पर भी विचार किया जा रहा है कि आगे हमें क्या करना है. दिल्ली पुलिस ने पूरी दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर बैरिकेडिंग लगा दी है. जंतर-मंतर को छावनी बना दिया गया है. आखिर सरकार इन पहलवानों से इतना क्यों डर गई है? अगर सरकार में बैठे लोग गलत नहीं है, तो फिर वह लोग क्यों डरे हुए हैं?