पटना : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. चुनाव में तालमेल बिठाने के लिए तेजस्वी यादव ममता बनर्जी से मिलने वाले हैं. हालांकि यह लगभग स्पष्ट हो चुका है कि टीएमसी और राजद का गठजोड़ पश्चिम बंगाल चुनाव में नहीं होगा. फिर भी तेजस्वी ममता से मिल रहे हैं.
दरअसल बंगाल के मुस्लिम और यादव वोटर्स को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने की कोशिश विपक्ष के खेमें में हो रही है.
कांग्रेस के साथ जाने को तैयार नहीं ममता बनर्जी
दरअसल, कोशिश इस बात की भी हो रही है कि विपक्ष के तमाम दल एक साथ मिलकर बीजेपी को चुनौती दें. इसके लिए पिछले दिनों अब्दुल बारी सिद्दीकी और श्याम रजक बंगाल और असम के दौरे पर थे.
बंगाल में विपक्षी खेमा दो भागों में बंटा है. एक तरफ कांग्रेस और वामदल है, दूसरी तरफ ममता बनर्जी अकेले बीजेपी के खिलाफ ताल ठोक रही हैं. राष्ट्रीय जनता दल की कोशिश है कि विपक्ष एकजुट होकर लड़े. लेकिन ममता बनर्जी वाम दल और कांग्रेस के साथ जाने को तैयार नहीं.
बंगाल में 7-12 सीटों पर चुनाव लड़ने की राजद की तैयारी
राजद सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव इसी मामले को लेकर रविवार को ममता बनर्जी से मिलने वाले हैं.
राजनीतिक विश्लेषक संजय कुमार कहते हैं कि राजद की कोशिश है कि बंगाल के एक बड़े वोट बैंक मुस्लिम वोटर्स और बिहार बंगाल के सीमावर्ती जिलों में बसे बंगाल के यादव वोटर्स को कैसे चुनाव में इंट्रैक्ट रखा जाए. ताकि बीजेपी को पटखनी दी जा सके.
राष्ट्रीय जनता दल बंगाल में कम से कम 7 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. इनमें से ज्यादातर बिहार-बंगाल की सीमा पर बसे बंगाल के आसनसोल समेत वह जिले हैं, जहां राजद पहले भी चुनाव लड़ती रही है.
ममता के साथ होने का दे रहे हैं संदेश
राजद की इस बार की कोशिश है कि राष्ट्रीय जनता दल अपने परंपरागत और कोर वोटर्स को ये संदेश दे कि वे चुनाव में बीजेपी के खिलाफ और ममता के अभियान के साथ हैं.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और वामदलों के साथ इस मामले में राजद की बातचीत हो चुकी है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल काफी लंबे समय से पश्चिम बंगाल और असम में चुनाव लड़ती आयी है. बंगाल में राजद की टीम काफी मजबूत है. वहां संगठन में कई बड़े नेता भी हैं. इस लिहाज से पार्टी चुनाव में मजबूती से उतरना चाहती है.
मुलाकात से जाएगा सकारात्मक संदेश
तेजस्वी और ममता की मुलाकात से राजद संगठन में और विशेष तौर पर बिहार और बंगाल की सीमा से लगे राजद के कोर वोटर्स में एक अच्छा संदेश जाएगा. उसके बाद राजद उन सीटों के लिए चुनावी तैयारी में लग जाएगी.
राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक और राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पिछले दिनों टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की थी. अब तेजस्वी यादव ममता बनर्जी से मुलाकात करने वाले हैं.
कई नेताओं से मिल रहे हैं नेता प्रतिपक्ष
इधर, असम विधानसभा चुनाव के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज बदरुद्दीन अजमल और कांग्रेस नेताओं से मिल रहे हैं.
वहीं राजद, एआईयूडीएफ और कांग्रेस समेत विपक्ष के कई दलों के गठबंधन के साथ मिलकर 4 से 5 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
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असम के तिनसुकिया और पश्चिम बंगाल के आसनसोल समेत कई जगहों पर तेजस्वी यादव की चुनावी सभा भी होने वाली है. इसे लेकर भी तेजस्वी यादव का असम और बंगाल का दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.