नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफे (Ghulam Nabi Azad resignation) पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कौन जानता है कि उनके इस्तीफे से कांग्रेस पार्टी में सुधार हो सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जब नेताओं ने अपनी पार्टियों को छोड़ दिया है और कहा कि उनके जाने से पार्टी बर्बाद हो जाएगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि अगर आप 60 और 70 के दशक में कांग्रेस की तस्वीर देखेंगे तो आप समझ जाएंगे. दूसरी बात, अगर कोई नेता अपनी पार्टी छोड़ता है तो उस पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता. ऐसे लोग हर पार्टी में होते हैं. बीजेपी में भी नितिन गडकरी हैं. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा, 'कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और अगर कोई वैकल्पिक गठबंधन होगा जो कांग्रेस के तहत बनेगा. पार्टी छोड़ने का मतलब है कि उनका (आजाद का) पार्टी से कोई प्राथमिक जुड़ाव नहीं था. जिसके पास प्राथमिक संबद्धता है, वह पार्टी नहीं छोड़ेगा. वह पार्टी को ठीक करेगा. हां ऐसा हो सकता है कि आजाद के जाने से कांग्रेस पार्टी को फायदा हो जाए.
इसी तरह, जब ईटीवी भारत ने जेडीयू के प्रवक्ता और राज्यसभा के पूर्व सदस्य केसी त्यागी से संपर्क किया और आजाद के इस्तीफे पर उनके विचार पूछे, तो उन्होंने कहा कि वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं और इसके बाद उन्होंने बात करना बंद कर दिया. आपको बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के साथ आने से नई सरकार बनी है. बिहार के दो बड़े क्षेत्रीय दलों की टिप्पणियों से पता चलता है कि जेडीयू इस बहस में शामिल नहीं होना चाहती है.
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