कटरा (जम्मू-कश्मीर) : जम्मू-कश्मीर में स्थित वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन के लिये आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन (आरएफआईडी) युक्त यात्रा एक्सेस कार्ड पेश किया गया है. आरएफआईडी वायरलेस तकनीक पर आधारित है, जिसे रेडियो तरंगों के माध्यम से ट्रैक किया जा सकता है. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों पहले बालगंगा और ताराकोट से गुफा मंदिर तक तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के उद्देश्य से प्रायोगिक आधार पर आरएफआईडी प्रौद्योगिकी को लागू किया गया था. जो की सफल रहा.
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J&K | Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board (SMVDSB) has introduced RFID-equipped Yatra access cards for real-time crowd management
— ANI (@ANI) August 30, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
This is an important step taken also for security reasons. CCTV coverage also broadened under this to regulate the Yatra: Anshul Garg, CEO, SMVDSB pic.twitter.com/dZA089oq9z
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— ANI (@ANI) August 30, 2022
This is an important step taken also for security reasons. CCTV coverage also broadened under this to regulate the Yatra: Anshul Garg, CEO, SMVDSB pic.twitter.com/dZA089oq9zJ&K | Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board (SMVDSB) has introduced RFID-equipped Yatra access cards for real-time crowd management
— ANI (@ANI) August 30, 2022
This is an important step taken also for security reasons. CCTV coverage also broadened under this to regulate the Yatra: Anshul Garg, CEO, SMVDSB pic.twitter.com/dZA089oq9z
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अधकारी ने बताया कि तीर्थयात्रियों पर नजर रखने के लिए, खासतौर पर जो लोग भीड़ में गुम हो जाते हैं या अपने परिवार/ग्रुप से बिछड़ जाते हैं उन लोगों के लिए ये सुविधा महत्वपूर्ण हो जाती है. अंशुल गर्ग, सीईओ, एसएमवीडीएसबी ने कहा कि आरएफआईडी कार्डधारी तीर्थयात्रियों को आधार शिविर कटरा से भवन तक 13 किलोमीटर लंबी यात्रा के दौरान ट्रैक किया जा सकता है, जो न केवल आगंतुकों के लिए बल्कि श्राइन बोर्ड और अन्य यात्रा सुविधा एजेंसियों के लिए भी एक वरदान साबित होगा.
गौरतलब है कि अभी प्रतिदिन 20 हजार से 25 हजार से तीर्थयात्री माता के भवन में मत्था टेकने के लिए कटरा आधार शिविर पहुंच रहे हैं. अंशुल गर्ग ने कहा कि सुरक्षा कारणों से भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है. यात्रा को विनियमित करने के लिए इसके तहत सीसीटीवी कवरेज भी बढ़ाया गया है.