रीवा। एसएएफ ग्राउंड में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसान सम्मान निधि वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के 82 लाख किसानों के खाते में सिंगल क्लिक के माध्यम से 1700 करोड़ रुपए की सहायता राशि भेजी है. इस दौरान मंच से संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने ओबीसी आरक्षण के बाद सवर्णों को साधने का प्रयास किया है. सीएम शिवराज ने कहा कि पाठ्यपुस्तक में भगवान परशुराम की जीवनी पढ़ाई जाएगी. (cm shivraj singh chouhan rewa visit)
किसान कल्याण योजना कार्यक्रमः प्रदेश व्यापी मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसान सम्मान निधि वितरण कार्यक्रम समारोह में शामिल होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा पहुंचे. सीएम शिवराज ने प्राकृतिक खेती को लेकर किसानों से चर्चा भी की. उन्होंने कहा कि हमें प्रयास करना चाहिए कि रासायनिक खेती न करें. इसके अलावा सीएम शिवराज ने सरकार की योजनाओं का बखान भी किया. उन्होंने कहा कि हम प्रदेश को पिछड़ने नहीं देंगे. (cm shivraj on natural farming)
रीवा के विकास का किया बखानः सीएम शिवराज ने कहा कि रीवा में केवल सड़कों और फ्लाईओवर का जाल नहीं बिछाया गया है, बल्कि अन्य जिलों के लिए रीवा एक उदाहरण के तौर पर पेश होता है. उन्होंने कहा कि मैं अगर रीवा नहीं आता हूं तो बैचेन हो जाता हूं. संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माफिया पर चल रहे बुलडोजर कार्रवाई का भी जिक्र किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया के द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गई 21000 एकड़ जमीन को सरकार ने खाली कराया है. इसकी कीमत तकरीबन 15 हजार करोड़ रुपए है. इसे वह अब स्वामित्व योजना के तहत गरीबों में वितरित करेंगे. (cm shivraj on bulldozer action in rewa)
सवर्णों को साधने की कोशिशः आम जनता को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने सुप्रीम कोर्ट के द्वारा ओबीसी आरक्षण के तहत चुनाव कराए जाने के निर्णय पर भी बात रखी. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार हर एक वर्ग को साथ लेकर चलने वाली सरकार है, जिसके लिए सीएम ने मंच से सवर्णों को साधने की भी कोशिश की. शिवराज ने कहा कि आने वाले समय में पाठ्यपुस्तक में भगवान परशुराम की गौरव गाथा तथा उनकी जीवनी पढ़ाई जाएगी. इसके अलावा सामान्य समुदाय के संस्कृत पढ़ने वाले बच्चों के लिए शिवराज ने स्कॉलरशिप दिए जाने का भी भरोसा दिया है. शिवराज ने कहा कि संस्कृत को पढ़ाने के लिए स्कॉलरशिप देंगे. तब हमारी संस्कृति बची रहेगी.