लेह: ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बी. डी. मिश्रा को लद्दाख का दूसरा उपराज्यपाल बनाया गया और उन्होंने रविवार को उपराज्यपाल की शपथ ली. इससे पहले पूर्व आईएएस अधिकारी राधा कृष्ण माथुर यहां के उपराज्यपाल थे, जिनकी जगह उन्होंने ली है. बता दें कि साल 2019 में लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया था, जिसके बाद से 27 महीनों तक राधा कृष्ण माथुर यहां के उपराज्यपाल रहे.
बीती 12 फरवरी को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राधा कृष्ण माथुर का इस्तीफा स्वीकार किया, जिसके बाद बी.डी. मिश्रा को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया. बता दें कि इससे पहले मिश्रा अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल थे. अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह ने राजभवन में मिश्रा को शपथ दिलाई. इस कार्यक्रम के दौरान लद्दाख पुलिस ने राधा कृष्ण मिश्रा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
राधा कृष्ण ने 31 जुलाई 1995 तक सेना में करीब 33 साल तक अपनी सेवा दी, जिसके बाद वह सेवानिवृत्त हुए थे. इसके बाद बीती 3 अक्टूबर 2017 को उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर पदभार संभाला था. लद्दाख में लोग पिछले तीन वर्षों से केंद्र शासित प्रदेश के लिए भारत के संविधान की 6वीं अनुसूची के तहत राज्य, विधानसभा, संवैधानिक सुरक्षा उपायों के लिए विरोध कर रहे हैं.
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नए उपराज्यपाल बी.डी. मिश्रा एक पूर्व सेना ब्रिगेडियर हैं, जिन्होंने चीन-भारतीय युद्ध, 1971 के मुक्ति संग्राम और पाकिस्तान के साथ 1965 के युद्ध में काम किया है. पूर्व में जम्मू और कश्मीर राज्य के हिस्से के रूप में, लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था, जब जम्मू और कश्मीर राज्य को 5 अगस्त, 2019 को भाजपा सरकार द्वारा दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था.