अगरतला: त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद, डॉ. माणिक साहा ने कार्यकर्ताओं और भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के नेताओं को किसी भी तरह की हिंसा में शामिल न होने का निर्देश दिया है. डॉ. साहा ने मंगलवार को राज्य भाजपा मुख्यालय में भाजयुमो के कार्यकर्ताओं, समर्थकों और नेताओं के साथ एक संगठनात्मक बैठक की. पार्टी के सूत्रों ने कहा कि बैठक का एजेंडा आगामी उपचुनाव था. राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. माणिक साहा की कार्यकर्ताओं के साथ यह पहली बैठक थी. बैठक का मुख्य एजेंडा उपचुनाव था. बैठक में चुनाव जीतने के लक्ष्य पर चर्चा की गई. साथ ही मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को किसी भी तरह की हिंसा में शामिल न होने की सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अनुशासन तोड़ने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.
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नवनियुक्त मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने आगामी उपचुनाव से पहले युवाओं को पार्टी में वापस लाने का फैसला किया है. उन्होंने इस बारे में भी बात की है कि हम आने वाले दिनों में अपनी पार्टी को कैसे मजबूत कर सकते हैं और अधिक संयमित हो सकते हैं. पार्टी के सूत्र ने कहा कि सीएम ने राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर घर में पहुंचने का निर्देश दिया है. बैठक में प्रदेश भाजपा महासचिव टिंकू रॉय, किशोर बर्मन, भारतीय जनता युवा मोर्चा त्रिपुरा राज्य समिति के अध्यक्ष नबादल बानिक और अन्य उपस्थित थे. बाद में भाजयुमो राज्य समिति के अध्यक्ष नबादल बानिक ने कहा कि आज की बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावों के लिए रणनीति तैयार करना था.