मेरठ : एक ओर जहां रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है, वहीं रेमडेसिविर मरीजों के लिए मुसीबत बनने लगा है. पश्चमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के बाद शुक्रवार की देर रात कई मरीजों की तबीयत बिगड़ गई. कई मरीजों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन लगवाने के बाद ठंड ज्यादा लगने की शिकायत की, तो कुछ ने घबराहट की समस्या बताई. जिसके बाद कोविड अस्पतालों में हड़कंप मच गया. डॉक्टरों ने बताया कि नए बैच के इंजेक्शन लगने से ऐसा हुआ है. इस बैच के इंजेक्शन की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन से बिगड़ी मरीजों की तबीयत
बता दें कि रेमडेसिविर इंजेक्शन कोविड संक्रमण के गंभीर मरीजों को दिया जाता है. एक मरीज को इसकी कुल छह डोज दी जा रही है. शुक्रवार की देर रात आनंद अस्पताल एवं जिले के लोकप्रिय समेत कई अन्य अस्पतालों में भर्ती मरीजों को इंजेक्शन लगाने के बाद रिएक्शन हो गया. मरीजों ने बेहद तेज ठंड लगने, धुंधला दिखने, घबराहट, सांस फूलने एवं कमजोरी की शिकायत की. इसके बाद जब डॉक्टरों ने जांच की तो पता चला कि रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के बाद मरीजों की तबीयत बिगड़ी है.
नए बैच के इंजेक्शन की होगी आपूर्ति
बता दें कि शुक्रवार को भी व्यक्तिगत स्तर पर लेने गए 258 लोगों को प्रशासन की अनुमति के बाद इंजेक्शन उपलब्ध कराए थे. इस सबंध में सीएमओ अखिलेश मोहन ने बताया कि कैडिला कम्पनी के रेमडेसिविर इंजेक्शन लगने से कुछ मरीजों को ठंड लगने और बुखार की शिकायतें मिली हैं. कैडिला कम्पनी के इंजेक्शन के वितरण पर रोक लगा दी गई है. अब दूसरी कम्पनी के इंजेक्शन वितरित किए जा रहे हैं.
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