अजमेर. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक दिवसीय धार्मिक यात्रा पर मंगलवार (Mamata Banerjee on Ajmer Tour) को अजमेर पहुंची. यहां किशनगढ़ हेलीपैड से ममता बनर्जी का काफिला विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पहुंचा. जहां दरगाह के मुख्य द्वार निजाम गेट पर दरगाह से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं के लोगों ने उनका इस्तकबाल किया.
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जियारत के लिए पहुंची. दरगाह के निजाम गेट पर गर्मजोशी के साथ पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का अंजुमन कमेटी, दरगाह कमेटी की ओर से स्वागत किया गया. बुलंद दरवाजे से मखमली चादर और अकीदत के फूल लेकर ममता बनर्जी आस्ताने पहुंची. जहां उन्होंने ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर चादर पेश कर देश और प्रदेश में खुशहाली, तरक्की और सद्भाव की दुआ मांगी.
ख़ादिम मुकद्दस मोइनी ने बताया कि 24 वर्ष पहले ममता बनर्जी अजमेर दरगाह आई थी (Mamata Banerjee in Ajmer Sharif dargah) उस वक़्त कामयाबी के लिए उन्होंने मन्नत का धागा बांधा था. रेल मंत्री के रूप में उन्हें कामयाबी मिली. इस बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अजमेर दरगाह आने की इच्छा जताई थी. 24 वर्ष बाद ममता बनर्जी अजमेर दरगाह आई हैं. यहां जियारत के दौरान उन्होंने मन्नत का धागा खोला और नया मन्नत का धागा दरगाह में बांधा है.
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जायरीन बोले दीदी-दीदीः दरगाह जियारत के बाद आस्ताने से आरकाट के दलान तक सीएम ममता बनर्जी पहुंची. जहां दरगाह परिसर में मौजूद जायरीन का ममता बनर्जी ने अभिवादन किया. बदले में जायरीन ने भी दीदी कहकर संबोधित किया. अरकाट के दलान में अंजुमन कमेटी के सदर गुलाम किबरिया ने ओढ़नी ओढ़ाकर दरगाह की तस्वीर भेंट की. वहीं ख़ादिम सैयद हिमायत मोइनी और मुकद्दस मोइनी ने शॉल ओढ़ाकर प्रसाद के रूप में अजमेर का मशहुर सोहन हलवा भेंट किया.
दरगाह में रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्थाः दरगाह में पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सुरक्षा को लेकर भारी पुलिस जाप्ता तैनात रहा. दरगाह में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जियारत की. उनके साथ 12 सदस्य प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद थे. ममता बनर्जी की अजमेर दरगाह यात्रा को देखते हुए दरगाह परिसर का आधा हिस्सा खाली करवा लिया गया. इतना ही नहीं दरगाह में जायरीन के साथ पुलिस कर्मियों ने धक्का मुक्की भी की. कुछ जायरीन ने पुलिस कर्मियों का विरोध भी जताया.
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दरगाह दीवान से मिलने पहुंची हवेलीः ममता बनर्जी दरगाह के नजदीक ही दरगाह दीवान जेनुअल आबेद्दीन की हवेली पहुंची. यहां उन्होंने दरगाह दीवान से खैरियत पूछी, वहीं पुरानी यादें भी ताजा की. दरगाह दीवान के साहबजादे नसीरुद्दीन चिश्ती ने बताया कि सीएम ममता बनर्जी ने दरगाह दीवान जेनुअल आबेद्दीन से मिलकर पुरानी मुलाकातों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन ने भी ममता बनर्जी के लिए कामयाबी और खुशहाली की दुआ मांगी. दरगाह दीवान से मिलने के बाद सीएम ममता बनर्जी काफिले के साथ सर्किट हाउस पहुंची.
दरगाह जियारत के बाद पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी सर्किट हाउस पहुंची. यहां उन्होंने चाय और बिस्किट लिए, जबकि उनके साथ आए 10 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने शाकाहारी भोजन किया. राजस्थान की प्रसिद्ध बेसन गट्टे की सब्जी के साथ दाल-चावल और वेज सब्जी परोसी गई. यहां से ममता बनर्जी और उनके साथ आया प्रतिनिधिमंडल कड़ी सुरक्षा में पुष्कर पहुंचा जहां मंदिर के नए द्वार एंटी प्लाजा से होकर सीएम ममता बनर्जी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने जगतपिता ब्रह्मा के दर्शन किए.
मंदिर पुजारी की ओर से सीएम ममता बनर्जी का स्वागत (Mamata Banerjee in Brahma Mandir) किया गया. इसके बाद ममता बनर्जी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल पुष्कर के पवित्र सरोवर पहुंचे जहां कुछ युवकों ने जय श्रीराम के नारे लगाए. थाना की पुलिस ने उन्हें लाठियां फटकार कर भगा दिया. इसके बाद सीएम ममता बनर्जी ने पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना की.