जम्मू : डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने मंगलवार को कहा कि धर्म के आधार पर की गई राजनीति ने देश को 'गहरा नुकसान' पहुंचाया है.
उन्होंने मतदाताओं से कहा कि 'विभाजनकारी' तत्वों को परास्त करने के लिए वे वोट डालने से पहले हर उम्मीदवार और उनकी पार्टी का 'ट्रैक रिकॉर्ड' जांच लें. उन्होंने कुछ दलों द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक विभाजन को बढ़ावा देने की प्रवृत्ति को 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया और उन्हें विकास के मुद्दों पर उनके साथ बहस करने की चुनौती दी.
आजाद ने जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के कास्तीगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'धार्मिक राजनीति ने हमारे देश को गहरा नुकसान पहुंचाया है और आगे कोई प्रगतिशील रोडमैप उपलब्ध नहीं होने से लोगों को परेशानी हुई है.' लोगों से विभाजनकारी राजनीति को खारिज करने का आह्वान करते हुए आजाद ने कहा कि उन्हें विकास के आधार पर उम्मीदवारों और पार्टियों को वोट देना चाहिए.
उन्होंने कहा, 'उन्हें (मतदाताओं को) मतदान करने से पहले हर उम्मीदवार और उनकी पार्टी के ट्रैक रिकॉर्ड की जांच करनी चाहिए. विभाजनकारी मंसूबों को हराने का यही एकमात्र तरीका है.'
आजाद ने बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए कहा कि जम्मू कश्मीर में भी लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दल अपने राजनीतिक हितों को सुरक्षित करने के लिए लोगों को धार्मिक आधार पर विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं.'
आजाद ने कहा, 'इसके बजाय उन्हें विकासात्मक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और हमारे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना चाहिए. लेकिन वे जानते हैं कि वे काम नहीं कर सकते इसलिए वे सत्ता हासिल करने के लिए सांप्रदायिक रणनीति अपनाते हैं.'
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(पीटीआई-भाषा)