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आज लू से राहत, अगले पांच दिनों में इन राज्यों में चढ़ेगा पारा

अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय, ओडिशा के कुछ हिस्सों, दक्षिण छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है.

Relief from heat wave today,
आज लू से राहत
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Published : Apr 23, 2022, 7:35 AM IST

नई दिल्ली/देहरादून : देश की राजधानी एक बार फिर भीषण गर्मी का सामना कर सकती है. भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले हफ्ते दिल्ली का पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान लगाया है. दिल्ली में शुक्रवार को आंशिक बादल छाए रहे जिससे अधिकतर स्थानों पर पारा 40 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया. सफदरजंग वेधशाला, जहां के आंकड़ों को पूरी दिल्ली का मानक माना जाता है. वहां पर अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह सामान्य से एक डिग्री अधिक है. आईएमडी का पूर्वानुमान है कि आने वाले पांच दिनों में उत्तर पश्चिम भारत के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी होगी.

मध्य भारत में दिन का तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा : देश भर की बात करें तो स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय, ओडिशा के कुछ हिस्सों, दक्षिण छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में दिन का तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा. स्काईमेट वेदर के मुताबिक उत्तरी पाकिस्तान पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है. असम और आसपास के इलाकों पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश से विदर्भ होते हुए तेलंगाना तक फैली हुई है. एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है. जिस वजह से भारत के ऊपरी हिस्सों को छोड़ कर लगभग पूरे भारत में हल्कि से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं.

पढ़ें : केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र में मध्यम बारिश, पंजाब और हरियाणा में हल्कि बूंदाबांदी की संभावना

देश के अधिकांश हिस्सों से लू का प्रकोप थमा: स्काईमेट वेदर के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान लगभग सभी राज्यों में बारिश की गतिविधियां हुई हैं. सिक्किम, असम और मेघालय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. पश्चिमी हिमालय, छत्तीसगढ़, आंतरिक कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हुई. उत्तर पूर्व और उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और धूल भरी आंधी के साथ-साथ गरज के साथ छींटे पड़े. पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, ओडिशा, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई. देश के अधिकांश हिस्सों से लू का प्रकोप थम गया है.

गुरुवार रहा प्री मॉनसून का सबसे ज़्यादा वर्षा वाला दिन : पिछले कुछ दिनों से देश के कई लू की चपेट में थे. स्काईमेट वेदर के मुताबिक उत्तर मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों के साथ-साथ दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज हो रहा था. हालांकि, विभिन्न राज्यों को प्रभावित करने वाली कई प्रणालियों के कारण, गुरुवार भारत के अधिकांश राज्यों में प्री मानसून के दौरान सबसे अधिक वर्षा वाले दिन में रहा. सिक्किम में गंगटोक में 39 मिमी में गंगटोक में उच्चतम बारिश देखी गई. इसके बाद कर्नाटक में शिमोगा 32 मिमी और काजी गुंड में 23 मिमी बारिश हुई. पिछले 48 घंटों के दौरान, कई राज्यों में प्री मॉनसून वर्षा हुई. देश भर में बारिश का फैलाव विभिन्न कारणों से हुआ. उत्तरी क्षेत्र में, यह प्रेरित चक्रवात परिसंचरण के साथ पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ. वहीं, पूर्वी हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के लिए, एंटी चक्रवात और दक्षिण-पूर्व से आने वाली नम हवाओं के कारण में बारिश हो रही थी. दक्षिण के लिए, यह भूमध्य रेखा हिंद महासागर में चक्रवात परिसंचरण था.

दोपहर बाद केदारनाथ धाम में हुई बर्फबारी : उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में शुक्रवार दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदल गया. केदारनाथ सहित ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई तो वहीं चमोली में बारिश होने से जंगल की आग से राहत मिली. दोपहर बाद बारिश और हवाएं चलने से मौसम सुहावना हो गया. उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित हर्षिल घाटी, गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम में कई घंटे हल्की बारिश जारी रही. गुरुवार रात को भी हर्षिल और गंगोत्री घाटी में बारिश हुई थी. राजधानी देहरादून में शुक्रवार को भी दिनभर चिलचिलाती धूप खिली रही. जिससे लोग गर्मी से बेहाल हो गए.

नई दिल्ली/देहरादून : देश की राजधानी एक बार फिर भीषण गर्मी का सामना कर सकती है. भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले हफ्ते दिल्ली का पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान लगाया है. दिल्ली में शुक्रवार को आंशिक बादल छाए रहे जिससे अधिकतर स्थानों पर पारा 40 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया. सफदरजंग वेधशाला, जहां के आंकड़ों को पूरी दिल्ली का मानक माना जाता है. वहां पर अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह सामान्य से एक डिग्री अधिक है. आईएमडी का पूर्वानुमान है कि आने वाले पांच दिनों में उत्तर पश्चिम भारत के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी होगी.

मध्य भारत में दिन का तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा : देश भर की बात करें तो स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय, ओडिशा के कुछ हिस्सों, दक्षिण छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में दिन का तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा. स्काईमेट वेदर के मुताबिक उत्तरी पाकिस्तान पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है. असम और आसपास के इलाकों पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश से विदर्भ होते हुए तेलंगाना तक फैली हुई है. एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है. जिस वजह से भारत के ऊपरी हिस्सों को छोड़ कर लगभग पूरे भारत में हल्कि से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं.

पढ़ें : केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र में मध्यम बारिश, पंजाब और हरियाणा में हल्कि बूंदाबांदी की संभावना

देश के अधिकांश हिस्सों से लू का प्रकोप थमा: स्काईमेट वेदर के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान लगभग सभी राज्यों में बारिश की गतिविधियां हुई हैं. सिक्किम, असम और मेघालय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. पश्चिमी हिमालय, छत्तीसगढ़, आंतरिक कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हुई. उत्तर पूर्व और उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और धूल भरी आंधी के साथ-साथ गरज के साथ छींटे पड़े. पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, ओडिशा, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई. देश के अधिकांश हिस्सों से लू का प्रकोप थम गया है.

गुरुवार रहा प्री मॉनसून का सबसे ज़्यादा वर्षा वाला दिन : पिछले कुछ दिनों से देश के कई लू की चपेट में थे. स्काईमेट वेदर के मुताबिक उत्तर मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों के साथ-साथ दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज हो रहा था. हालांकि, विभिन्न राज्यों को प्रभावित करने वाली कई प्रणालियों के कारण, गुरुवार भारत के अधिकांश राज्यों में प्री मानसून के दौरान सबसे अधिक वर्षा वाले दिन में रहा. सिक्किम में गंगटोक में 39 मिमी में गंगटोक में उच्चतम बारिश देखी गई. इसके बाद कर्नाटक में शिमोगा 32 मिमी और काजी गुंड में 23 मिमी बारिश हुई. पिछले 48 घंटों के दौरान, कई राज्यों में प्री मॉनसून वर्षा हुई. देश भर में बारिश का फैलाव विभिन्न कारणों से हुआ. उत्तरी क्षेत्र में, यह प्रेरित चक्रवात परिसंचरण के साथ पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ. वहीं, पूर्वी हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के लिए, एंटी चक्रवात और दक्षिण-पूर्व से आने वाली नम हवाओं के कारण में बारिश हो रही थी. दक्षिण के लिए, यह भूमध्य रेखा हिंद महासागर में चक्रवात परिसंचरण था.

दोपहर बाद केदारनाथ धाम में हुई बर्फबारी : उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में शुक्रवार दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदल गया. केदारनाथ सहित ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई तो वहीं चमोली में बारिश होने से जंगल की आग से राहत मिली. दोपहर बाद बारिश और हवाएं चलने से मौसम सुहावना हो गया. उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित हर्षिल घाटी, गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम में कई घंटे हल्की बारिश जारी रही. गुरुवार रात को भी हर्षिल और गंगोत्री घाटी में बारिश हुई थी. राजधानी देहरादून में शुक्रवार को भी दिनभर चिलचिलाती धूप खिली रही. जिससे लोग गर्मी से बेहाल हो गए.

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