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45 साल से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण के लिए एक अप्रैल से को-विन पर पंजीकरण शुरू होगा

अगले माह से 45 साल या इससे अधिक आयु के लोग टीकाकरण के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं. गौर हो कि यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश में हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.

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Published : Mar 24, 2021, 11:31 AM IST

नई दिल्ली : केंद्र ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से 45 साल या इससे अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 टीकाकरण अभियान में शामिल करने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने की खातिर पत्र लिखा और कहा कि को-विन पोर्टल पर इन लोगों का पंजीकरण एक अप्रैल से शुरू हो जाएगा. देश में 23 मार्च तक लोगों को टीके की 4.85 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को लिखे पत्र में कहा कि कोविड-19 का टीका लगाने संबंधी राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर टीकाकरण मुहिम के सभी पहलुओं का मार्गदर्शन कर रहा है. उन्होंने कहा, 'एक अप्रैल से 45 वर्ष से 59 वर्ष के लोगों को टीका लगवाने के लिए किसी अन्य बीमारी से ग्रसित होने के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी.'

भूषण ने कहा कि इन लोगों का पंजीकरण संभव बनाने के लिए को-विन पोर्टल में आवश्यक बदलाव किया जा रहा है और एक जनवरी, 1977 के बाद जन्मे लोग एक अप्रैल से इस पर पंजीकरण करा सकेंगे.

सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि देश में एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोविड-19 रोधी टीका लगवाने के पात्र होंगे. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय किया गया कि अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग टीका लगवाने के पात्र होंगे.

पढ़ें-भारत ने कोविड-19 टीकाकरण में 5 करोड़ का 'मील का पत्थर' पार किया

गौरतलब है कि पहले 45 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग टीका लगवाने के पात्र थे. अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 रोधी टीका लगवा सकेंगे. देश में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान की शुरूआत 16 जनवरी को हुई थी और सबसे पहले डाक्टरों सहित स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया.

इसके बाद कोविड के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों को टीकाकरण अभियान के तहत लाया गया. एक मार्च को अगले चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीकाकरण के दायरे में लाया गया था.

नई दिल्ली : केंद्र ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से 45 साल या इससे अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 टीकाकरण अभियान में शामिल करने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने की खातिर पत्र लिखा और कहा कि को-विन पोर्टल पर इन लोगों का पंजीकरण एक अप्रैल से शुरू हो जाएगा. देश में 23 मार्च तक लोगों को टीके की 4.85 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को लिखे पत्र में कहा कि कोविड-19 का टीका लगाने संबंधी राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर टीकाकरण मुहिम के सभी पहलुओं का मार्गदर्शन कर रहा है. उन्होंने कहा, 'एक अप्रैल से 45 वर्ष से 59 वर्ष के लोगों को टीका लगवाने के लिए किसी अन्य बीमारी से ग्रसित होने के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी.'

भूषण ने कहा कि इन लोगों का पंजीकरण संभव बनाने के लिए को-विन पोर्टल में आवश्यक बदलाव किया जा रहा है और एक जनवरी, 1977 के बाद जन्मे लोग एक अप्रैल से इस पर पंजीकरण करा सकेंगे.

सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि देश में एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोविड-19 रोधी टीका लगवाने के पात्र होंगे. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय किया गया कि अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग टीका लगवाने के पात्र होंगे.

पढ़ें-भारत ने कोविड-19 टीकाकरण में 5 करोड़ का 'मील का पत्थर' पार किया

गौरतलब है कि पहले 45 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग टीका लगवाने के पात्र थे. अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 रोधी टीका लगवा सकेंगे. देश में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान की शुरूआत 16 जनवरी को हुई थी और सबसे पहले डाक्टरों सहित स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया.

इसके बाद कोविड के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों को टीकाकरण अभियान के तहत लाया गया. एक मार्च को अगले चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीकाकरण के दायरे में लाया गया था.

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